सब्जी मंडी में लगी 10 दुकाने जलकर हुई राख, लाखों रूपये का हुआ नुकसान
शार्ट सर्किट के कारण लगी आग
तीन साल पहले भी लग चुकी है इसी सब्जी मंडी में आग
जीरकपुर । बुधवार सुबह करीब 9 बजे चंडीगढ़ अंबाला हाईवे पर मौजूद पुरानी सब्जी मंडी में भयंकर आग लग गई। जिसके कारण 10 दुकानें जलकर राख हो गई। आगजनी की सूचना के बाद दमकल विभाग के कर्मचारी आग बुझाने में जुट गए और करीब दो घंटे की मुशक्त के बाद आग पर काबू पाया गया। दमकल विभाग द्वारा मिली जानकारी अनुसार आग शार्ट सर्किट के कारण लगी थी। आगजनी की घटना में दुकानदारों का लाखों रूपये का नुकसान हुआ है। आगजनी की घटना में किसी भी जानी नुकसान की सूचना नही मिली है। बताया जा रहा है यह दस दुकानें एक ही लाइन में बनी हुई है और इनको शटर लगा हुआ है। जबकि सब्जी मंडी की बाकी सारी दुकाने चारों तरफ से ओपन है। जिस कारण नुकसान होने से बचाव हुआ है। करीब चार साल पहले भी इस सब्जी मंडी में रात के समय भयंकर आग लग गई थी और लाखों रूपये का नुकसान हुआ था। उस घटना से भी नगर काऊंसिल व दमकल विभाग के अधिकारियों ने कोई सबक नही लिया और यह मंडियां वैसे ही चल रही है। बुधवार की घटना पर संज्ञान लेते हुए एसडीएम डेरा बस्सी ने ईओ व दमकल विभाग के अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है। आगजनी का घटना का दौरा करने के लिए हलका विधायक भी मैके पर पहुंचे और अवैध ढंग से मंडी चलाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने आदेश दिए।
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मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि यह मंडी पुरानी है और अवैध तौर पर विकसित की गई है। जिसकी शिकायत विपन शर्मा नामक वकील द्वारा नगर काऊंसिल को फरवरी महीने में ही दे दी गई थी। वकील विपन शर्मा ने बताया कि चार साल पहले भी इस मंडी में आग लगी थी और तीन सिलेंडर फट गए थे। उस समय भी इस सब्जी मंडी पर कोई कार्रवाई नही हुई थी। उन्होंने बताया कि यह सब्जी मंडी रिहायशी इलाके में बनी हुई है। जोकि सब इंलीगल है और रोजाना सब्जी विक्रेताओं से पैसे इकठे किए जाते है। मंडी कि दीवार के साथ हमारे घर बने हुए है यदि कोई सिलेंडर फट कर उनके घरों में जाकर गिरा तो भारी नुकसान हो सकता है। जिसकी शिकायत हम कोई बार ईओ को कर चुके है, काऊंसिल प्रधान उदयवीर ढिल्लों को कर चुके है। लेकिन वह तो अब फोन उठाना भी मुनासिब नही समझते। जबकि इन लोगों ने सब्जी मंडी और बढ़ा कर बड़ी कर ली है। घटना के बाद प्रसाशन हल्की फुलकी कार्रवाई कर आगे निकल जाते है। जबकि खतरा हमारे लोगों को लेकिन हमारी कोई सुनवाई नही कर रहा है।
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करीब चार साल पहले भी इसी सब्जी मंडी में आग लग गई थी और लाखों रूपये का नुकसान हुआ था। लेकिन नुकसान के बाद भी न तो लोगों ने कोई सबक लिया और न ही किसी प्रसाशनिक अधिकारियों ने कोई सबक लिया। जबकि शहर में 8 से दस ऐसी ही सब्जी मंडियां मौजूद है। जिनके पास किसी तरह की अप्रूवल नही है और नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है। दमकल विभाग की बात करें तो शहर में 80 से 90 प्रतिशत कमर्षीयल बिल्डिंगो व दुकानों के पास फायर विभाग की एनओसी नही है। जिसकी तरफ दमकल विभाग ध्याना नही दे रहा है। जब भी कोई घटना होती है तो उसके बाद दमकल विभाग नींद से जगता है और नोटिस भेजकर अपना पल्ला झाड़ लेता है। वहीं लोगों का कहना है की दमकल विभाग द्वारा शहर में दी गई एनओसी की उच्च स्तरीय जांच कारवाई जाए तो दूध का दूध, पानी का पानी हो जाएगा।
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सब्जी मंडी संचालक को नोटिस दे दिया गया है और कई सेक्सनों के तहत जवाब मांग गया है। उनका जवाब आने के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी। जिसके बाद ही बनती कार्रवाई भी की जाएगी।
रवनीत सिंह, कार्यकारी अधिकारी नगर काऊंसिल जीरकपुर
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कोई भी जानी नुकसान नही हुआ है, हमने दो घंटे की मुशक्त के बाद आग पर काबू पा लिया था। हमारी तरफ से कोई सब्जी मंडी या संचालको के खिलाफ कोई कार्रवाई नही बनती, क्योंकि यह टेंपरी शेड है तो यह सब नगर काऊंसिल के अंडर आता है।
जसवंत सिंह, इंचार्ज फायर ब्रिगेड अधिकारी जीरकपुर।