शिक्षक दिवस के मौके पर सात शिक्षक नेता पटियाला कोर्ट में पेश हुए

पटियाला, 5 सितंबर,
आज जहां पूरे देश में राष्ट्रीय शिक्षक दिवस मनाया गया है, वहीं पिछली कांग्रेस और मौजूदा आम आदमी पार्टी सरकार की नीतियों के कारण पटियाला जिले के सात शिक्षक नेताओं को माननीय अदालत में पेश होने के लिए मजबूर होना पड़ा है। गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी की कैप्टन सरकार के कार्यकाल के दौरान शिक्षकों को स्थायी करने, वेतन कटौती के फैसले को रद्द करने समेत अन्य
26 मार्च 2019 को अध्यापकों की मांगों के पक्ष में प्रदर्शन कर रहे अध्यापकों पर थाना सिविल लाइन पटियाला में विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।
वर्ष 2019 से पुलिस केस दर्ज होने के बाद डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम देव सिंह, राज्य नेता हरदीप टोडरपुर, जिला अध्यक्ष अतिंदर घग्गा, गवर्नमेंट टीचर्स यूनियन जसविंदर सिंह समाना, ई.टी.यू. मनोज घई, एससी/बीसी टीचर्स यूनियन के गुरप्रीत गुरु का वहीं, एजुकेशन प्रोवाइडर्स यूनियन के नेता बलकार सिंह और गुरप्रीत सिंह ने कोर्ट में पेश होने के लिए स्कूलों से छुट्टी ले ली है। आम आदमी पार्टी सरकार के सत्ता में आने के बाद इन शिक्षकों को कोई न्याय नहीं मिला है, जिसने पिछली सरकार के दौरान शिक्षकों के संघर्ष का समर्थन किया था और सरकार आने पर सभी झूठे पुलिस मामलों को रद्द करने का वादा किया था।