विदेशी फंडिंग ही नहीं, ड्रग तस्कर भी कर रहे थे अमृतपाल की आर्थिक मदद, खुफिया एजेंसी ने खोले कई राज

रागा न्यूज़, चंड़ीगढ़।
‘वारिस पंजाब के प्रमुख और स्वयंभू खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को लेकर खुफिया एजेंसियों ने एक के बाद एक बड़े खुलासे किए हैं। सूत्रों ने खुफिया एजेंसियों के हवाले से कहा है कि अमृतपाल सिंह के पंजाब आने के बाद सीमा पर ड्रोन्स की आवाजाही बढ़ी है। सूत्रों ने कहा कि जहां ड्रग तस्कर कथित तौर पर अमृतपाल की आर्थिक मदद कर रहे थे, वहीं आईएसआई हथियारों और अन्य चीजों में उसकी मदद कर रही थी। हालांकि अमृतपाल के विदेश में बैठे आका अलग से उसे करोड़ों की फंडिंग कर रहे थे।
उल्लेखनीय है कि अमृतपाल के सक्रिय रहते पिछले दो माह में कई बार पाक सीमा से ड्रोन पंजाब सीमी में दाखिल हुए है।
खुफिया एजेंसियों ने आरोप लगाया कि अमृतपाल ने खुद को एक समाज सुधारक के रूप में पेश करने की कोशिश की और एक निजी फोर्स स्थापित करने के उद्देश्य से नशा मुक्ति केंद्र चला रहा था। उन्होंने कहा कि नशामुक्ति केंद्रों का इस्तेमाल कथित तौर पर हथियार जमा करने के लिए भी किया जाता था। इन केंद्रों से 13 बुलेट प्रूफ जैकेट भी बरामद किए गए हैं।
अधिकारियों ने कहा कि लंदन, सैन फ्रांसिस्को और कैनबरा में खालिस्तानी समर्थकों द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शनों के पीछे भी आईएसआई है। एक अधिकारी ने कहा कि अमृतपाल अपने कार्यक्रमों के दौरान लोगों को मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं देता था। अधिकारियों ने यह भी दावा किया कि अमृतपाल पंजाब में नशा मुक्ति केंद्रों में समर्थकों की निजी फोर्स बना रहा था। उन्होंने कहा कि उसके पास अपराधियों की टीम भी थी, जो उसकी रक्षा करती थी।