विजिलेंस ने शिक्षक भर्ती रिकॉर्ड से छेड़छाड़ के आरोप में शिक्षा विभाग के 5 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया

चंडीगढ़, 09 मई:
पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने आज पंजाब शिक्षा विभाग के पांच कर्मचारियों पर 2007 में पंजाब स्तर पर ईटीटी/जेबीटी/टीचिंग फेलो के लगभग 9998 पदों पर भर्ती के संबंध में सरकारी रिकॉर्ड में गड़बड़ी करने और गड़बड़ी करने का आरोप लगाया। निम्नलिखित 5 को गिरफ्तार किया गया है। अदालत ने इन आरोपियों को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर सतर्कता ब्यूरो को सौंप दिया है।
प्रवक्ता ने बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग, पंजाब के अधिकारियों/कर्मचारियों के खिलाफ सतर्कता जांच के बाद विजीलैंस ब्यूरो पुलिस स्टेशन, उड्डन दस्ता-1, पंजाब, मोहाली में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी. संख्या 18, दिनांक 08-05-2023 आईपीसी। भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 409, 420, 465, 467, 468, 471, 120-बी तथा धारा 7(13)(1)(ए), 13(2) दर्ज की गई है।
मुकदमे में आरोपी जिला शिक्षा कार्यालय (डीईओ) प्राथमिक, लुधियाना कर्मचारी मंजीत सिंह जूनियर सहायक, महिंदर सिंह सीनियर सहायक, (दोनों सेवानिवृत्त) और डीईओ हैं। (प्राथमिक), गुरदासपुर, धर्मपाल, वरिष्ठ सहायक, नरिंदर कुमार, कनिष्ठ सहायक और मितर वासु, वरिष्ठ सहायक को गिरफ्तार किया गया है।
जांच के दौरान पाया गया कि इन कर्मचारियों को डीईओ (प्राथमिक) लुधियाना और गुरदासपुर में अलग-अलग समय पर तैनात किया गया था और वर्ष 2007 में ईटीटी/जेबीटी/टीचिंग फेलो के पनाब में चेक लिस्ट, मेरिट लिस्ट, सत्यापन सूची जैसे भर्ती रिकॉर्ड को बनाए रखने के लिए जिम्मेदार थे। स्तर पर लगभग 9998 पदों पर आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों का अनुभव प्रमाण पत्र, अंतिम चयन/योग्यता आदि। उन्होंने आगे कहा कि इन कर्मचारियों की शिक्षा विभाग के अधिकारियों से मिलीभगत है
साथ ही, इस रिकॉर्ड के संरक्षण में अनियमितताएं और अनियमितताएं भी हुई हैं। उन्होंने कहा कि कई चयनित अभ्यर्थियों द्वारा अनुभव के फर्जी प्रमाण पत्र सहित फर्जी दस्तावेज जमा कराने की शिकायतों के बाद उक्त आरोपी अपने अधीन रखे गये आवश्यक अभिलेखों को इस प्रयोजन के लिये नियुक्त विभागीय समिति या सतर्कता ब्यूरो के समक्ष प्रस्तुत करने में असफल रहा. इस मामले में जांच पूरी होने के बाद इन आरोपी कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और इस चुनाव प्रक्रिया के दौरान पदस्थापित अधिकारियों/कर्मचारियों की भूमिका भी जांच की जा रही है.