विजिलेंस जांच में पता चला कि बादल ने मॉडल टाउन बठिंडा में कम रेट पर दो प्लॉट खरीदने की साजिश रची थी।

सरकार को करीब 65 लाख रुपये का आर्थिक नुकसान हुआ है
चंडीगढ़, 25 सितंबर
पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रहे अभियान के दौरान पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल और चार अन्य के खिलाफ आपराधिक और भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है। इस मामले में विजिलेंस ने तीन आरोपियों राजीव कुमार निवासी न्यू शक्ति नगर बठिंडा, अमनदीप सिंह निवासी लाल सिंह बस्ती बठिंडा और विकास अरोड़ा निवासी टैगोर नगर बठिंडा को गिरफ्तार किया है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि उक्त मामला बठिंडा शहर के पूर्व विधायक सरूप चंद सिंगला द्वारा मनप्रीत सिंह बादल व अन्य के खिलाफ दर्ज कराई गई शिकायत की जांच के बाद दर्ज किया गया है।
उन्होंने कहा कि जांच के दौरान यह पाया गया कि मनप्रीत सिंह बादल ने 2018 से 2021 तक अपने वित्त मंत्री के कार्यकाल के दौरान अपने राजनीतिक दबाव और प्रभाव के कारण मॉडल टाउन फेज-1 बठिंडा के पास टी.वी. टावर पर 1560 वर्ग गज के दो प्लांट खरीदे, जिससे सरकारी खजाने को लाखों रुपये का आर्थिक नुकसान हुआ है।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि शिकायत संख्या 11/2022 की जांच के दौरान यह पाया गया कि पूर्व वित्त मंत्री ने बीडीए में अपने प्रभाव का इस्तेमाल किया. वर्ष 2021 में प्लाटों की बोली के दौरान बठिंडा के अधिकारियों/कर्मचारियों की मिलीभगत से बोली प्रक्रिया में आम जनता की भागीदारी को रोकने के लिए आम जनता को गुमराह करते हुए फर्जी नक्शे अपलोड किए गए। अपलोड किए गए मानचित्र में आगे प्लॉट नंबर 725-सी (560 वर्ग गज) और 726 (1000 वर्ग गज) को भी आवासीय के बजाय व्यावसायिक दर्शाया गया था और ऑनलाइन ई-नीलामी पोर्टल पर मिले नक्शे में प्लॉट नंबर भी नहीं दिखाए गए थे। इसके अलावा इन भूखंडों की नीलामी के लिए बलविंदर कौर, प्रशासनिक अधिकारी, बीडीए. उनकी अनुमति के बिना बठिंडा के डिजिटल हस्ताक्षर का इस्तेमाल किया गया।