रोपड़ में वेतन मांगा तो नौकरी से निकाला|

जिला परिषद के आउटसोर्स कर्मचारियों को 18 माह से तनख्वाह नहीं, चिट्ठी लिखी तो हटाया|
रागा न्यूज़, रोपड़।
जिला रूपनगर में कर्मचारियों के गुस्सा भड़क गया है। गुस्सा आउट सोर्स पर काम करने वाले कर्मचारियों को नौकरी से निकालने पर भड़का है। जिला परिषद में पिछले करीब ढाई-तीन साल से कार्यरत कर्मचारियों को पिछले 18 महीने से वेतन नहीं मिला है। अधिकारियों के समक्ष बार-बार गुहार लगाने पर भी कोई हल नहीं निकला को कर्मचारियों ने डीसी को एक पत्र लिख दिया।
अपने हक मांगने के लिए लिखा गया पत्र उन पर पत्थर बनकर बरसा है। पत्र ने उनकी रोजी-रोटी छीन ली है। अधिकारियों ने कर्मचारियों के पत्र पर सहानुभूति दिखाते हुए उनका वेतन रिलीज करवाने की बजाय उन्हें नौकरी से ही निकाल दिया। जब कर्मचारी दफ्तर पहुंचे तो उनकी दफ्तर से फौरन फारिग कर दिया गया और उन्हें काम पर न आने के लिए कह दिया।
कर्मचारी बोले रोजगार देने की बजाय छीन रही सरकार जिला परिषद के कर्मचारियों का कहना है कि सरकार एक तरफ दावे कर रही है कि युवाओं को विदेश जाने से रोका जाएगा। पंजाब में ही सभी को रोजगार मुहैया करवाया जाएगा। लेकिन जो लोग काम कर रहे हैं उनसे उनका रोजगार छीना जा रहा है। सरकार प्रदेश में दोगली नीति पर काम कर रही है। कर्मचारियों का आरोप है उन्हें निकाल सरकार अपने लोगों को भर्ती करेगी।
आठ-दस हजार कमाने वालों को निकाला जा रह|
जिला परिषद दफ्तर में ठेका कर्मचारी संघर्ष मोर्चा पंजाब के नेताओं जसवीर सिंह, सिमरनजीत सिंह नीलों, मक्खन, बलविंदर सैनी, कपिल , हरमनजीत, गुरजीत सिंह ने बैठक की और कहा कि यदि एक हफ्ते के अंदर निकाले गए कर्मचारियों रंजीत सिंह, लछमी चंद, दलजीत सिंह बहाल न किया तो रूपनगर में संघर्ष का बिगुल फूंका जाएगा।
कर्मचारी नेताओं ने कहा कि सरकार रोजगार देना तो दूर महंगाई के इस युग में आठ से दस हजार रुपए में काम करने वाले कर्मचारियों की भी नौकरी छीन रही है। उन्होंने स्थानीय आम आदमी पार्टी के विधायक दिनेश कुमार चड्ढा से भी मांग की है कि वह इस मामले मं दखल दें और कर्मचारियों की सवेतन बहाली करवाएं।