योगी कैबिनेट का विस्तार, चार विधायकों ने ली मंत्री पद की शपथ
लंबी प्रतीक्षा के बाद आज योगी आदित्यनाथ कैबिनेट का विस्तार हो गया है। इस कैबिनेट विस्तार में चार विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर, साबिबाबाद से विधायक सुनील शर्मा, दारा सिंह चौहान और आरएलडी कोटे से अनिल कुमार को योगी कैबिनेट में शामिल किया गया है।
बता दें कि योगी 2.0 सरकार में मंत्री बनने के लिए सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर को लम्बा इंतज़ार करना पड़ा। राजभर जुलाई 2023 में अमित शाह से मिलने गए थे,तब से ही राजभर के मंत्री बनने के कयास लगाए जा रहे थे। आज ओमप्रकाश राजभर ने इंडिया टीवी से कहा कि उन्होंने जुलाई में ही छह जोड़ी नए कपड़े सिलवा लिए थे। ओम प्रकाश राजभर 2017 में योगी सरकार में मंत्री थे,बाद में उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।
सीएम योगी ने आज अपनी कैबिनेट में जिन 4 नए मंत्रियों को शामिल किया इनमें से दो नेता नेता पिछड़े वर्ग से आते हैं और जबकि एक दलित और एक ब्राह्मण हैं। इससे जाहिर है कि कैबिनेट विस्तार में में जातीय समीकरणों का पूरा ध्यान रखा गया है। माना जा रहा है कि सीएम योगी ने इस मंत्रिमंडल विस्तार के सहारे यूपी की सभी 80 सीटों को जीतने के बीजेपी के लक्ष्य को ध्यान में रखा है।
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP)के अध्यक्ष हैं और वे गाज़ीपुर की जहूराबाद विधानसभा सीट से विधायक हैं। राजभऱ पिछड़े वर्ग से आते हैं और यूपी के पूर्वांचल में उनका प्रभाव है। उत्तर प्रदेश में करीब 4 प्रतिशत लोग राजभर समुदाय के हैं। पूर्वांचल की 12 से 13 लोकसभा सीटों पर राजभर वोटों की निर्णायक भूमिका होती हैष
दारा सिंह चौहान उत्तर प्रदेश विधान परिषद में बीजेपी के सदस्य हैं। पिछड़ा वर्ग (नोनिया राजपूत) समाज से आते हैं। पी में नोनिया राजपूत समाज के करीब 2 फीसदी वोटर हैं। आज़मगढ़, वाराणसी और मऊ के इलाके में इनका असर है। दारा सिंह चौहान 2023 में समाजवादी पार्टी से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हुए और घोसी विधानसभा उपचुनाव हार गए लेकिन बाद में बीजेपी ने उन्हें एमएलसी बनाया।
अनिल कुमार RLD चीफ जयंत चौधरी के करीबी हैं और मुज़फ्फरनगर की पुराकाजी सीट से विधायक हैं। वे अनुसूचित जाति से आते हैं। बीएसपी के विधायक भी रह चुके हैं। पश्चिमी यूपी में RLD का दलित चेहरा माने जाते हैं।