याचिका ख़ारिज: राहुल अगर दोषमुक्त न हुए, गिरफ्तार हो गए तो कांग्रेस की राजनीति किस दिशा में जाएगी

आख़िर मानहानि मामले में सूरत सेशन कोर्ट ने राहुल गांधी की याचिका ख़ारिज कर दी। अब क्या होगा? क्या राहुल गांधी गिरफ्तार हो जाएँगे? नहीं। फ़िलहाल उनके पास हाईकोर्ट जाने का विकल्प खुला हुआ है। लेकिन इसके लिए उन्हें 23 अप्रैल से पहले अपील में जाना होगा। क्योंकि उन्हें ज़मानत 23 तक ही मिली हुई है। अपील में कब जाएँगे इसका पता नहीं है।
पार्टी नेता जयराम रमेश का कहना है कि वे 21 अप्रेल को हाईकोर्ट जाएँगे। हाँ, हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट भी अगर उन्हें दोषमुक्त नहीं करता तो ज़रूर उन पर गिरफ़्तारी का संकट मँडराएगा। कोई भी अदालत उन्हें दोषमुक्त नहीं करती तो वे दो साल की सजा काटने के बाद छह साल तक यानी कुल मिलाकर आठ साल तक चुनाव नहीं लड़ पाएँगे।
सवाल यह उठता है कि खुद राहुल गांधी क्या चाहते हैं? राजनीतिक प्रेक्षकों का कहना है कि खुद भाजपा भी नहीं चाहेगी कि राहुल गांधी जेल जाएँ और उन्हें किसी भी तरह की सहानुभूति बटोरने का मौक़ा मिले। वैसे भी भाजपा नेता अपने बयानों में यह संकेत देते रहे हैं कि राहुल गांधी को अपील में जाना चाहिए। देश में अदालतें हैं तो वहाँ जाने से उन्हें कौन रोक सकता है! कांग्रेस और राहुल गांधी चाहते हैं कि इस मामले को जितना लम्बा खींचा जाए, खींचना चाहिए, क्योंकि उन्हें इस दूर तक जाने वाले मामले में अपना राजनीतिक हित दिखाई दे रहा है।