मराठा आरक्षण को लेकर महाराष्ट्र में हिंसक प्रदर्शन
प्रदर्शनकारियों ने दो विधायकों के घरों में आग लगा दी, एनसीपी कार्यालय जला दिया,
दो शिवसेना सांसदों और एक बीजेपी विधायक ने इस्तीफा दे दिया,
देर रात सीएम शिंदे और उपमुख्यमंत्री फड़णवीस ने की बैठक
मुंबई, 31 अक्टूबर,
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और मराठा आरक्षण पर उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने देर रात बैठक की। इससे पहले शिंदे ने राजभवन में राज्यपाल रमेश बैस से मुलाकात की थी. सोमवार को राज्य में आरक्षण को लेकर विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया. प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को बीड में दो विधायकों के घरों में आग लगा दी, जबकि शरद पवार गुट के एनसीपी के कार्यालय को भी जला दिया गया। प्रदर्शनकारियों ने बीड के माजलगांव में विधायक प्रकाश सोलंके के घर और कार्यालय पर पथराव किया। यहां सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने दर्जनों बाइक और कारें भी फूंक दीं. इसके साथ ही देर शाम बीर में एक और एनसीपी विधायक संदीप काशीरसागर का घर भी जला दिया गया. प्रशासन ने जिले में धारा 144 लागू कर दी है. मराठा आरक्षण आंदोलन इस साल अगस्त से चल रहा है. आरक्षण की मांग को लेकर 11 दिनों में 13 लोग आत्महत्या कर चुके हैं. बसों के घाटे को देखते हुए 30 डिपो से परिचालन बंद कर दिया गया है. इस बीच, मराठा आरक्षण आंदोलन के दौरान दो शिवसेना सांसद और एक बीजेपी विधायक ने इस्तीफा दे दिया है. रविवार 29 अक्टूबर को हिंगोली सांसद हेमंत पाटिल और नासिक सांसद हेमंत गोडसे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को अपना इस्तीफा भेज दिया है. गेवराई विधानसभा क्षेत्र के विधायक लक्ष्मण पवार ने भी इस्तीफा दे दिया है.