भोले बाबा की लोकेशन मिली, हाथरस कांड के बाद यहीं छिपा है नारायण साकार!
हाथरस कांड के बाद पुलिस नारायण साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा की तलाश कर रही है. हादसे के बाद से कथित भोले बाबा फरार है. उसकी तलाश में पुलिस ने विभिन्न जिलों में उसके आश्रमों पर भी छापेमारी की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला. सूत्रों के मुताबिक बाबा का ठिकाना मैनपुरी के आश्रम में है. हादसे के बाद भोले बाबा इसी आश्रम में आये थे. वह घटना स्थल से अपनी लग्जरी कार से सीधे मैनपुरी आश्रम पहुंचे थे।
2 जून को हाथरस के फुलरई गांव में नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग के समापन पर भगदड़ मच गई, जिसमें 121 लोगों की मौत हो गई. हादसे के बाद भोले बाबा भाग निकले। पुलिस ने उसकी तलाश में कई जगहों पर छापेमारी की. पुलिस को बाबा के मैनपुरी स्थित आश्रम में मौजूद होने की भी सूचना मिली. पुलिस ने जब आश्रम पर छापा मारा तो उन्हें बाबा वहां नहीं मिले. इस बीच पुलिस करीब एक घंटे तक मैनपुरी के इस आश्रम में रुकी. पुलिस के मुताबिक उन्हें आश्रम में 50 से 60 महिलाएं मिलीं.
हादसे के बाद मैनपुरी चला गया
दुर्घटनास्थल से बाबा का काफिला मैनपुरी की ओर बढ़ता नजर आया. हादसे वाले दिन घटनास्थल से करीब 500 मीटर दूर स्थित पेट्रोल पंप के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में बाबा का काफिला मैनपुरी की ओर जाता नजर आया था. हादसे के बाद जब पुलिस ने बाबा की कॉल डिटेल खंगाली तो हादसे वाले दिन दोपहर 3 बजे से 4.35 बजे के बीच बाबा की लोकेशन मैनपुरी आश्रम में मिली. 4:35 बजे के बाद उनका फोन बंद हो गया.
हाथरस भगदड़ मामले में पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इनमें बाबा के सेवादार और समिति के सदस्य भी शामिल हैं। घटना का मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर फरार है. पुलिस ने उस पर 1 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है. पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मैनपुरी के 50 वर्षीय राम लड़ैत, फिरोजाबाद के उपेन्द्र सिंह यादव, मेघ सिंह, मुकेश कुमार, मंजू यादव और हथरस की मंजू देवी शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक ये लोग प्रबंधन समिति के सदस्य हैं. बाबा के लिए चंदा इकट्ठा करने और कार्यक्रम में सारी व्यवस्था करने की जिम्मेदारी उसी की थी.