‘भारत रत्न पुरस्कार’ देने की पुरजोर वकालत मुख्यमंत्री द्वारा शहीद उधम सिंह, शहीद भगत सिंह एवं शहीद करतार सिंह सराभा को ‘भारत रत्न पुरस्कार’ देने की पुरजोर वकालत
शहीदों को यह पुरस्कार नहीं देने के लिए तथाकथित राष्ट्रवादी केंद्र सरकार पर निशाना साधा
केंद्र सरकार ने लोकतंत्र का अपमान कर शहीदों की महान विरासत को नष्ट कर दिया
शहीद उधम सिंह के शहादत दिवस पर उन्हें श्रद्धा के फूल अर्पित किये गये
सुनाम (संगरूर), 31 जुलाई,
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज शहीद उधम सिंह, शहीद भगत सिंह और शहीद करतार सिंह सराभा जैसे महान शहीदों को ‘भारत रत्न पुरस्कार’ देने की वकालत की, जिन्होंने अपनी मातृभूमि की खातिर अद्वितीय बलिदान दिया।
शहीद उधम सिंह के शहादत दिवस पर उनके स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत की उन्होंने कहा कि इन महान शहीदों को ‘भारत रत्न पुरस्कार’ देने से इस पुरस्कार का सम्मान बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि ये शहीद इस पुरस्कार के असली हकदार हैं क्योंकि उन्होंने अपने देश को विदेशी ताकतों के चंगुल से आजाद कराने के लिए महान बलिदान दिया है। भगवंत मान ने दुख के साथ कहा कि तथाकथित राष्ट्रवादी केंद्र सरकार ने कभी भी इन महान सपूतों के सम्मान की परवाह नहीं की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके विपरीत वर्तमान केंद्र सरकार देश में लोकतंत्र को खत्म कर इन शहीदों की विरासत को नष्ट कर रही है. उन्होंने कहा कि इन देशभक्तों ने देश की आजादी और लोकतंत्र के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए लेकिन दुर्भाग्य से केंद्र सरकार अध्यादेशों के माध्यम से लोकतांत्रिक व्यवस्था को खतरे में डाल रही है। भगवंत मान ने कहा कि यह कदम आजादी की लड़ाई के दौरान महान देशभक्तों के देश के लिए देखे गए सपनों के बिल्कुल विपरीत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद उधम सिंह द्वारा दिया गया महान बलिदान युवाओं को सदैव देश के प्रति निस्वार्थ सेवा के लिए प्रेरित करता रहेगा और ऐसे महान नायकों के अद्वितीय बलिदान के कारण ही देश के लोग आज आजादी की गर्मी का आनंद ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि शहीद उधम सिंह एक महान सपूत थे, जिन्होंने जलियांवाला बाग हत्याकांड के मुख्य अपराधी माइकल ओ डायर को मारकर वीरता का परिचय दिया था. भगवंत मान ने कहा कि राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम में इस महान शहीद के अद्वितीय बलिदान ने देश को ब्रिटिश साम्राज्यवाद के बंधन से मुक्त कराने में मदद की।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि शहीद उधम सिंह ने जलियांवाला बाग में हुए नरसंहार का बदला लेने के लिए 21 साल तक इंतजार किया और इस तरह देश की आजादी की नींव रखी. भगवंत मान ने कहा कि वह भारत के स्वतंत्रता संग्राम के ऐसे महान शहीदों और देशभक्तों के प्रति श्रद्धा से सिर झुकाते हैं, जिन्होंने वीरता दिखाते हुए देश की आजादी के लिए अद्वितीय बलिदान दिया। उन्होंने कहा कि शहीदों के बलिदान की समृद्ध विरासत हमारी भावी पीढ़ियों के मार्गदर्शन के लिए एक प्रकाशस्तंभ के रूप में काम करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार शहीद उधम सिंह के निजी सामान को लंदन से वापस लाने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इन मुद्दों को सभी प्रासंगिक मंचों पर उठाएगी ताकि इन सामानों को जल्द से जल्द वापस लाया जा सके। भगवंत मान ने यह भी कहा कि पाकिस्तान में पड़ी शहीद भगत सिंह से जुड़ी वस्तुओं को भी वापस लाया जाएगा.
इस मौके पर मुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा व अन्य भी मौजूद रहे.