भारत की केंद्र सरकार द्वारा प्रतिबंधित कुत्तों की 23 खतरनाक नस्लें, पंजाब के इस जिले के डीसी ने जारी किये सख्त आदेश, पूरी सूची यहां देखें

भारत की केंद्र सरकार द्वारा प्रतिबंधित कुत्तों की 23 खतरनाक नस्लें
पंजाब के इस जिले के डीसी ने जारी किये सख्त आदेश, पूरी सूची यहां देखें
चंडीगढ़, 4 अप्रैल कुत्तों के हमले के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों से कुत्तों की कुछ नस्लों पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया है। पशुपालन और डेयरी विभाग ने इन नस्लों को लाइसेंस देने या प्रजनन से परहेज करने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं।
यह निर्णय भारत में जिम्मेदार पालतू स्वामित्व को बढ़ावा देता है।
वही पंजाब के फरीदकोट जिले के डी.सी. विनीत कुमार की तरफ से जारी आदेशों के तहत 22 तरह की नस्लों के कुत्तों को पालने, प्रजनन पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। डी.सी. विनीत कुमार ने बताया कि राज्य में दिन-ब-दिन कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा है, जिसमें कई मासूम बच्चे भी आवारा कुत्तों के शिकार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि पशुपालन मंत्रालय के संयुक्त सचिव की तरफ से जारी आदेशों के बाद ही आवारा कुत्तों को घरों में रखने और सार्वजनिक स्थानों पर ले जाने पर पूर्ण तौर से पाबंदी लगाई गई है। जिन कुत्तों की नस्लों पर प्रतिबंध लगाया गया है, उनमें डोगो अंर्जेंटीनो, फिलहा बार्सेलेरो, कांगल, मध्य एशियाई शैफर्ड डॉग, रोडेशियन रिजबैक, वुल्फ डॉग, अकाबास डॉग व अन्य कई तरह की नस्लें शामिल हैं।
उच्च न्यायालय ने देश में 23 क्रूर कुत्तों की नस्लों पर प्रतिबंध लगाने वाली हालिया अधिसूचना को चुनौती देने वाली याचिका पर सोमवार को केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
न्यायमूर्ति सुब्रमण्यम प्रसाद ने यह स्वीकार करने के बावजूद कि अन्य उच्च न्यायालयों ने ऐसी राहत दी है, अधिसूचना पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। इस मामले में याचिकाकर्ताओं में से एक कुत्ता प्रशिक्षक है और दूसरा विशेष श्रेणी के कुत्तों का एक डॉक्टर है। याचिका में तर्क दिया गया है कि भारत में इस निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए कोई अध्ययन नहीं किया गया था कि कुत्तों की नस्लें क्रूर थीं और उन पर प्रतिबंध लगाने की आवश्यकता थी। याचिकाकर्ताओं ने कहा, ऐसा कोई डेटा नहीं है, जो इंगित करता हो कि इन कुत्तों ने आतंक पैदा किया है, जिसकी वजह से उन पर प्रतिबंध लगाने की आवश्यकता हो।। उन्होंने तर्क दिया कि केन कोरसो, रॉटवीलर, टेरियर आदि जैसे विशिष्ट कुत्तों की नस्लों के प्रजनन पर प्रतिबंध में किसी तर्कसंगत आधार या वैज्ञानिक औचित्य का अभाव है।