भाना सिद्धू रिहाई मामला: पंजाब में सड़कों पर उतरे समर्थक, पूर्व सीएम चन्नी समेत कई नेता गिरफ्तार और हिरासत में
भगवंत सिंह सिद्धू उर्फ भाना सिद्धू की रिहाई को लेकर पंजाब भर में विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। भाना के पक्ष में सड़कों पर उतरे समर्थकों के सैलाब ने पंजाब सरकार को हिला कर रख दिया है, जिसे देखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और किसान नेता हरमीत सिंह कादियान समेत कई नेताओं को हिरासत में ले लिया गया है.
बता दें कि भाना सिद्धू मामले को लेकर मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार लगातार घिरी हुई है। ट्रैवल एजेंट को ब्लैकमेल करने के मामले में गिरफ्तारी के विरोध में किसान संगठनों ने भी भाना सिद्धू का समर्थन किया है. भाना सिद्धू को कल मोहाली कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. भाना सिद्धू के समर्थक कह रहे हैं कि उन्हें झूठे मामले में फंसाया जा रहा है और उनकी बिना शर्त रिहाई की मांग कर रहे हैं.
15 किसान संगठनों ने शनिवार को संगरूर में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के घर का घेराव करने का ऐलान किया है. इसकी जानकारी होते ही पुलिस ने संगरूर और मानसा में किसान नेताओं को हिरासत में ले लिया. इतना ही नहीं, संगरूर जा रहे पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को भी रास्ते में रोक दिया गया. इसकी जानकारी जैसे ही किसान संगठनों को हुई तो वे नाराज हो गए. उन्होंने अमृतसर, फिरोजपुर, बठिंडा समेत कई जिलों के टोल प्लाजा बंद कर दिए और लुधियाना-दिल्ली हाईवे जाम कर दिया.
पुलिस ने संगरूर जा रही बसों को रोक दिया और इस दौरान कई किसान नेताओं को हिरासत में लिया गया. इसके अलावा बरनाला के बरबर टोल प्लाजा पर भी किसानों और पुलिस के बीच झड़प हुई, जिसके बाद भारतीय किसान यूनियन कॉफी के जिला अध्यक्ष समेत कई किसानों को हिरासत में ले लिया गया.
भाकियू राजेवाल के जिला अध्यक्ष निर्भय सिंह छीनीवाल और मनवीर कौर राही को भी पुलिस ने घर पर ही नजरबंद कर दिया। इसके अलावा शिरोमणि अकाली दल अमृतसर के उंकार सिंह बराड़, गुरप्रीत सिंह खुड्डी और गुरतेज सिंह दानगढ़ को भी हिरासत में लिया गया है.
भाना के समर्थन में आए किसान नेताओं का कहना है कि भाना सिद्धू ही ट्रैवल एजेंटों से धोखाधड़ी के शिकार किसानों के पैसे लौटाते थे. पंजाब की ‘आप’ सरकार के खिलाफ सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के आरोप में उनके खिलाफ बदला लेने का मामला दर्ज किया गया है.