भाकियू (एकता) डकौंदा की ओर से लखीमपुर खीरी के शहीद किसानों को श्रद्धांजलि
काले झंडों के साथ विरोध करने के बाद मोदी और अजय मिश्र टेनी का पुतला फूंका
महलकाल, 3 अक्टूबर
एसकेएम के निमंत्रण पर, मंजीत सिंह धनेर के नेतृत्व में भारती किसान यूनियन (एकता) ने बरनाला में एसडीएम कार्यालय के सामने एक विशाल रैली की, जिसमें लखीमपुर खीरी के शहीद किसानों को श्रद्धांजलि दी गई. इस समय संबोधित करते हुए भाकियू एकता डकौंदा के जिला नेता जगराज सिंह हरदासपुरा, गुरदेव सिंह मांगेवाल, अमरजीत सिंह ठुलीवाल ने कहा कि लखीमपुर खीरी की घटना को दो साल बीत चुके हैं, लेकिन यह एक ऐसी खूनी घटना थी/है, जिसका दर्द बहुत गहरा है.. इसमें चार किसान गुरविंदर सिंह, दलजीत सिंह, नछत्तर सिंह, लवप्रीत सिंह और पत्रकार रमन कशप की मौत हो गई है. इस खूनी कृत्य की कमान बीजेपी के दबंग केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा (टैनी) के बिगड़ैल बेटे आशीष मिश्रा (मोनू) के हाथ में थी, जो दिखने में अच्छा इंसान नहीं है. केंद्र सरकार के बचाने के दांव के बावजूद आशीष मिश्रा को अदालत के हस्तक्षेप के बाद जेल की सलाखों के पीछे रहना पड़ा, लेकिन फिर भी मिश्रा तानी अभी भी मोदी सरकार के मंत्रिमंडल की गर्मजोशी का आनंद ले रहे हैं। एसकेएम के नेतृत्व में गिरफ्तार किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने और मिश्रा टेनी को केंद्रीय मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर गिरफ्तार करने को लेकर संघर्ष जारी है. पूर्ण न्याय मिलने तक यह संघर्ष जारी रहेगा।शहीद किसानों और पत्रकार रमन कशप की शहादत को भुलाया नहीं जाएगा। नेताओं ने कहा कि आज काले झंडे, काली पगड़ी.
नेता नानक अमला सिंह वाला, सतनाम सिंह मूम, जगरूप सिंह गहल, अमनदीप सिंह रायसर, सतपाल सिंह सहजरा, जग्गा सिंह महल कलां आदि वक्ताओं ने कहा कि लखीमपुर खीरी के शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि हम किसान संघर्ष के मैदान में और अधिक उत्साह के साथ. चलो चलें नेताओं ने 11 अक्टूबर को शहीद पृथीपाल सिंह चक अलीशेर के 13वें शहीदी समारोह के दौरान कारवां लेकर चक अलीशेर पहुंचने की तैयारी में जुट जाने की अपील की