बिजली चोरी के लिए ऐसी चाल, विभाग के अधिकारियों ने भी सोची!

दिल्ली, 4 अगस्त,
बिजली चोरी के लिए अपनाई ऐसी तरकीब विभाग के लोग भी बिजली चोरी करने के लिए नई तरकीब अपनाने की सोच रहे हैं। हाल ही में मेरठ के चिरोड़ी गांव में एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसे देखने के बाद बिजली विभाग के कर्मचारी हैरान हो गए हैं. ऐसे में विभाग के कर्मचारियों द्वारा कार्रवाई करते हुए भारी जुर्माना लगाया गया है.
एक अनुमान की मानें तो शहरों की तुलना में गांवों में बिजली चोरी ज्यादा होती है। गांवों में बिजली कर्मचारी समय-समय पर नहीं पहुंचते, जिससे कई ग्रामीण धड़ल्ले से बिजली चोरी करते हैं।
मेरठ के चिरोड़ी गांव में किस तरकीब से बिजली चोरी की जा रही थी… विजिलेंस टीम ने मेरठ के चिरोड़ी गांव में छापेमारी की, यहां टीम को 6 घर ऐसे मिले जिनके आसपास कोई बिजली का खंभा या ट्रांसफार्मर नहीं था. लेकिन इन घरों में बिजली चालू थी. ऐसे में जब विजिलेंस टीम ने जांच की तो पता चला कि ग्रामीणों ने ट्रांसफार्मर से अपने घर तक एक किलोमीटर लंबी भूमिगत लाइन बिछा रखी है और इस लाइन से 10 किलोवाट बिजली की खपत की जा रही है.
विजिलेंस टीम ने बिजली चोरी के आरोप में गांव के 6 लोगों पर भारी जुर्माना लगाया और चेतावनी भी दी कि अगर भविष्य में किसी ने बिजली चोरी की तो उसे जुर्माने के साथ जेल की सजा भी भुगतनी पड़ेगी.
यहां यह बताना जरूरी है कि बिजली चोरी करना कानूनी अपराध है, अगर कोई व्यक्ति बिजली चोरी करता है तो उस पर जुर्माना लगाया जाता है और जेल भी हो सकती है।