बब्बर खालसा आतंकी समेत 5 गिरफ्तार

चंडीगढ़, 4 अगस्त
बब्बर खालसा आतंकी समेत पांच गिरफ्तार बब्बर खालसा आतंकी कुलवंत सिंह समेत गिरोह के पांच सदस्यों को पुलिस ने दो अवैध पिस्तौल और आठ कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है। है आरोपियों की पहचान नरिंदर सिंह उर्फ निंदी, कुलवंत सिंह उर्फ गुड्डु दोनों निवासी रोपड़, अमरेंद्र सिंह उर्फ कैप्टन चंडीगढ़, लवीश कुमार उर्फ लवी निवासी लुधियाना और परम प्रताप सिंह निवासी फाजिल्का के रूप में हुई है। निम्न के अलावा केवल एक आरोपी करनाल निवासी यादविंदर सिंह की गिरफ्तारी बाकी है।
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. मामले में कई बड़े खुलासे होने की उम्मीद है. एसएसपी संदीप गर्ग ने बताया कि 28 जुलाई को पुलिस को सूचना मिली कि नरिंदर सिंह उर्फ निंदी के पास अवैध पिस्तौल है और वह किसी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहा है. तुरंत थाना फेस-1 में आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज करें लिया गया कार्रवाई करते हुए आरोपी नरिंदर सिंह को पिस्तौल सहित गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि आरोपी ने यह पिस्टल उत्तर प्रदेश के मुसर शहर से 10 हजार रुपये में खरीदी थी.
मामले की आगे की कार्रवाई करते हुए थाना फेज-1 के SHO रजनीश सिंह ने आरोपी नरिंदर सिंह से पूछताछ की. इसमें उसने स्वीकार किया कि उसने दूसरी पिस्तौल अपने गांव के कुलवंत सिंह से ली थी। मामले में नाम आने के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया. उसके कब्जे से एक देशी पिस्तौल समेत छह कारतूस बरामद किये गये हैं. आरोपी से पूछताछ में यह भी पता चला कि उसके संबंध आतंकी संगठन बब्बर खालसा से हैं.
आरोपी कुलवंत सिंह ने पूछताछ में कबूल किया कि उसने यह पिस्तौल अमरेंद्र सिंह उर्फ कैप्टन से ली थी. उसने यह भी बताया कि उसे अमरिन्दर सिंह उर्फ कैप्टन, लवीश कुमार उर्फ लवी और नरिंदर सिंह उर्फ निंदी के साथ मिलकर लुधियाना और मोहाली के बड़े व्यापारियों को लूटना था। इसके लिए लविश कुमार और नरिंदर सिंह रेकी भी कर रहे थे।
पूछताछ के आधार पर अमरेंद्र सिंह उर्फ कैप्टन व लवीश कुमार को नामजद कर मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है. अमरेंद्र सिंह को गिरफ्तार करते समय उनके सह-आरोपी परम प्रताप सिंह उर्फ कैप्टन ने पुलिस से भागने की कोशिश की. मामले में उसे भी मौके पर ही नामजद कर गिरफ्तार कर लिया गया.
अमरेंद्र सिंह उर्फ कैप्टन ने स्वीकार किया कि उसने 2021 में इंदौर से 55,000 रुपये में दो पिस्तौल और 9 कारतूस खरीदे. इनमें से एक पिस्तौल और दो कारतूस कुलवंत सिंह को दे दिये गये। इसके साथ ही यादविंदर सिंह को एक पिस्तौल और सात कारतूस भी दिये गये. यादविंदर सिंह को नामजद किया गया है, अभी उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई है.