पीजीआई में स्टाफ नर्स बनकर महिला मरीज को जहरीला इंजेक्शन देने के मामले की गुत्थी सुलझ गई
एक महिला समेत चार लोग गिरफ्तार, पुलिस ने किये अहम खुलासे
चंडीगढ़, 22 नवंबर,
चंडीगढ़ पीजीआई के नेहरू अस्पताल में खुद को स्टाफ नर्स बताकर महिला मरीज को जहर देने के मामले की गुत्थी सुलझाते हुए पुलिस ने आरोपी महिला समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। वारदात को अंजाम देने वाली महिला की पहचान संगरूर निवासी जसप्रीत कौर (20) के रूप में हुई है। खास बात यह है कि महज तीन हजार रुपये के लालच में उसने पीजीआई की सुरक्षा व्यवस्था को तोड़ते हुए घटना को अंजाम दिया। महिला मरीज हरमीत कौर के सौतेले भाई जसमीत सिंह ने उसे इस काम के लिए राजी किया। पुलिस ने राजपुरा निवासी जसमीत सिंह (23) को भी गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए अन्य दो आरोपियों में बूटा सिंह (38) निवासी राजपुरा और मंदीप सिंह (25) निवासी पटियाला हैं जिन्होंने जहर का इंजेक्शन उपलब्ध कराया था। जांच में पता चला कि जसमीत सिंह पिछले साल सितंबर में अपनी बहन हरमीत कौर और गुरविंदर की अंतरजातीय शादी से नाराज था. वह लगातार गुरविंदर और उसकी बहन को धमकी दे रहा था।एसएसपी कंवरदीप कौर ने कहा कि आरोपी जसप्रीत कौर, जो पीजीआई की स्टाफ नर्स थी और एक महिला मरीज को इंजेक्शन लगाया था, वह पटियाला में मरीज देखभाल/सहायक के रूप में काम करती है। ऐसे में उसे इंजेक्शन लगाने की पूरी जानकारी थी. वारदात को अंजाम देने से पहले उसने पीजीआई में भर्ती मरीज हरमीत कौर की रेकी की और बाद में वारदात को अंजाम दिया।