पीएम मोदी को मिला रूस का सर्वोच्च सम्मान, यूक्रेन युद्ध पर राष्ट्रपति पुतिन से की बातचीत
प्रधानमंत्री मोदी को रूस के सर्वोच्च सम्मान ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू से सम्मानित किया गया। पीएम मोदी ने कहा, ‘रूस के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित होने के लिए मैं अपने दोस्त पुतिन को धन्यवाद देता हूं. उन्होंने कहा कि यह भारत और रूस के बीच सदियों पुरानी गहरी दोस्ती को श्रद्धांजलि है. यह हमारी आपसी साझेदारी का सम्मान है।’
भारत के लिए रूस के साथ दोस्ती कायम रखने का यह सुनहरा मौका है. यह संदेश देने के लिए कि रूस अकेला नहीं है. यूक्रेन पर सैन्य कार्रवाई के चलते पश्चिमी देशों ने रूस पर कई प्रतिबंध लगा दिए हैं. फिलहाल भारतीय प्रधानमंत्री मॉस्को के दौरे पर हैं. हालांकि, इस यात्रा पर अमेरिका समेत कई देशों की नजर है. लेकिन भारत को किसी की परवाह नहीं है. भारत की विदेश नीति पहले से कहीं ज्यादा मजबूत है. भारत अपने हितों को अच्छे से समझता है. इसलिए पश्चिमी देशों की लाख कोशिशों के बावजूद भारत और रूस के रिश्ते वैसे ही बने हुए हैं. भारत-रूस संबंधों की गहराई को समझने के लिए इतिहास के पन्ने पलटने होंगे और तमाम तारीखों पर नजर डालनी होगी।
राष्ट्रपति पुतिन ने पीएम मोदी को बधाई दी
प्रधानमंत्री मोदी का सम्मान करते हुए राष्ट्रपति पुतिन ने कहा, ‘प्रिय मित्र और सम्मानित प्रधानमंत्री, मैं आपको यह सर्वोच्च सम्मान प्राप्त करने पर हार्दिक बधाई देता हूं। मैं आपके और भारत के लोगों के लिए शांति और समृद्धि की कामना करता हूं।
सेंट एंड्रयू द एपोस्टल का आदेश क्या है?
ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल रूस का सर्वोच्च सम्मान है। इसकी शुरुआत ज़ार पीटर द ग्रेट ने साल 1698 में की थी. उन्होंने इसे सेंट एंड्रयू के सम्मान में शुरू किया था. संत एंड्रयू यीशु के पहले उपदेशक थे।