पिछली सरकार का शिलान्यास लगातार तोड़े जा रहे हैं पिछली सरकार के शिलान्यास के पत्थर!

चंडीगढ़, 28 जुलाई;
लगातार तोड़े जा रहे पिछली सरकार के शिलान्यास के पत्थर, पूर्व विधायक ने की जांच की मांग विधान सभा हलका पायल के गांवों, शहरों व कस्बों में पूर्व कांग्रेस विधायक लखवीर सिंह लाखा पायल द्वारा करवाए गए विभिन्न विकास कार्यों के शिलान्यास शरारती तत्वों द्वारा एक-एक करके तोड़कर गायब किए जा रहे हैं। हल्का पाइल में अब तक आधा दर्जन से अधिक शिलान्यास पत्थर टूट कर गायब हो चुके हैं
जिसको लेकर हल्का पायल की राजनीति पूरी तरह से गरमा गई है और गांवों के लोग भी ऐसी हरकतों को अंजाम देने वाले तत्वों का विरोध कर रहे हैं.
इसी तरह क्षेत्र के दो जिलों के 30 से अधिक गांवों को पायल-दोराहा-लुधियाना से जोड़ने वाले जरगाड़ी साइफन पुल का शिलान्यास भी उपद्रवियों ने तोड़ दिया है। आज कांग्रेस जिला अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक लखवीर सिंह लाखा पायल उक्त स्थान पर पहुंचे और जरगारी साइफन के टूटे हुए शिलान्यास पत्थर का निरीक्षण किया।
28 लाख 71 हजार रुपये की लागत से बने इस पुल का उद्घाटन जून 2021 में हुआ था, लेकिन पता नहीं क्यों ऐसी घिनौनी हरकतें की जा रही हैं. उन्होंने कहा कि मुझे पहले भी विधानसभा क्षेत्र में कई टूटे हुए शिलान्यास देखने को मिले हैं. शरारती तत्वों ने पायल, घलोटी, बेरकल, पल्ला अलुणा, घुडानी खुर्द, बुटाहरी, भड़ेवाल और जरगाड़ी आदि आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर लगाए गए विभिन्न विकास कार्यों के शिलान्यास पत्थर तोड़ दिए हैं और कई गायब हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि मैं पुलिस प्रशासन, सब डिवीजन मजिस्ट्रेट से अनुरोध करता हूं कि वे अपनी खुफिया जानकारी और सीआईडी के माध्यम से पता लगाएं कि इसका उद्देश्य क्या है? यह कौन कर रहा है? और ये कौन कर रहा है?, क्योंकि जनता काम देख रही है और वो ये रिसर्च मिटाना चाहती है कि ये काम किस सरकार में हुआ और किस प्रतिनिधि ने किया, लेकिन ये काम कांग्रेस कर रही है.
पार्टी कार्यकर्ता, नेता और कांग्रेस सरकार अतीत के कामों का नामोनिशान नहीं मिटा सकते और इन शरारती तत्वों को अतीत में हुए ऐतिहासिक विकास कार्य पच नहीं रहे हैं और वे जानबूझकर ऐसा कर रहे हैं।