पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड यूनियन की चेतावनी बकाया न मिला तो नहीं होने देंगे परीक्षा, पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड यूनियन की चेतावनी
बकाया न मिला तो नहीं होने देंगे परीक्षा, पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड यूनियन की चेतावनी
मोहाली, 16 सितंबर
पंजाब स्कूल एजुकेशन इंप्लाइज एसोसिएशन लंबे समय से बोर्ड की वित्तीय हालत सुधारने के लिए गेट रैलियां, धरना प्रदर्शन आदि कर रही है। आर्थिक स्थिति अभी भी जस की तस है. सरकार पर किताबों, परीक्षा शुल्क और भवन किराये का करीब 600 करोड़ रुपये बकाया है. सरकार इसे जारी करने में लापरवाही बरत रही है। बोर्ड के पास कर्मचारियों को इस सितंबर महीने की सैलरी और पेंशन जारी करने के लिए पर्याप्त फंड नहीं है. इसके अलावा बोर्ड की करोड़ों रुपये की अन्य देनदारियां भी रोक दी गई हैं।
पंजाब सरकार द्वारा सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को पाठ्यपुस्तकें निःशुल्क वितरित की जाती हैं और बोर्ड द्वारा मुद्रित की जाती हैं। पाठ्यपुस्तकों की छपाई/आपूर्ति पर होने वाले खर्च का भुगतान पंजाब सरकार द्वारा बोर्ड कार्यालय को किया जाता है, लेकिन लंबे समय से यह राशि बोर्ड कार्यालय को नहीं मिल रही है।
सरकारें समय-समय पर मुफ्त किताबें बांटकर अपनी चर्चा तो बटोर लेती हैं, लेकिन भुगतान न होने से बोर्ड आर्थिक रूप से बर्बाद हो गया है।
पंजाब सरकार के आदेश के अनुसार, पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड 2020 से प्राथमिक और मिडिल परीक्षा आयोजित कर रहा है, लेकिन सरकार ने परीक्षा शुल्क की बकाया राशि लगभग 100 करोड़ का भुगतान नहीं किया है।
पंजाब स्कूल एजुकेशन इंप्लाइज एसोसिएशन ने स्पष्ट रुख अपना लिया है कि जब तक पंजाब सरकार वर्ष 2024-25 के लिए किताबों पर हुए खर्च के भुगतान के लिए पैसा जारी नहीं करती, तब तक किताबों की छपाई शुरू नहीं होने दी जाएगी। साथ ही, मध्य/प्राथमिक परीक्षा शुल्क का शेष भुगतान जारी नहीं किया जाता है, तब तक मध्य/प्राथमिक परीक्षा 2023-24 से संबंधित कोई भी कार्य शुरू करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।