पंजाब में मुआवजे की मांग पर बटाला रेलवे स्टेशन पर बैठे किसान
अमृतसर-पठानकोट रूट पर 6 ट्रेन रद्द
रागा न्यूज़, गुरदासपुर। पंजाब में रविवार से किसानों ने फिर से रेल रोको आंदोलन शुरू कर दिया है। भारत माला प्रोजेक्ट के तहत निकलने वाले हाईवे के लिए अधिग्रहण की जमीनों के मुआवजे न मिलने से खफा किसान अमृतसर-पठानकोट रूट पर बैठ गए हैं। बटाला रेलवे स्टेशन पर किसानों की तरफ से पक्का मोर्चा लगा लिया गया है।
किसान-मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब ने 3 महीने पहले सरकार द्वारा दिए गए आश्वासन पर बटाला और गुरदासपुर में किए रेल रोको आंदोलन को खत्म किया था, लेकिन मांगे न माने जाने के बाद अमृतसर-पठानकोट रेल मार्ग पर ग्रदासपुर के बटाला में अनिश्चितकालीन रेल रोको आंदोलन शुरू किया है।
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने बताया कि आज किसान DC गुरदासपुर से मुलाकात करने जा रहे हैं। तीन महीने पहले किसान आश्वासन पर उठ गए थे। लेकिन स्थिति आज भी वैसी की
वैसी है। अब किसान उनकी मांगें ना माने जाने तक बैठे रहेंगे।
6 ट्रेनें हुई रद्द
किसानों के ट्रैक पर बैठ जाने के बाद प्रशासनिक अधिकारी भी बात करने के लिए पहुंचे थे, लेकिन बैठक बेनतीजा निकली। रूट बंद हो जाने के कारण सोमवार 6 ट्रेनें रद्द रहेंगी । जिनमें पठानकोट अमृतसर संख्या
06934, पठानकोट अमृतसर संख्या
04660, अमृतसर-पठानकोट 04397, अमृतसर पठानकोट
04611, अमृतसर पठानकोट
06934, पठानकोट अमृतसर संख्या
14633 और पठानकोट अमृतसर
04398 को आज रद्द कर दिया गया।
इन मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसान
भारत माला प्रोजेक्ट में एक्वायर की गई जमीनों का एक सा मूल्य किसानों को नहीं मिला।
• किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए तो किसानों के परिवारों को न मुआवजा और न ही सरकारी नौकरियां दी गई हैं।
• गन्ना की पेमेंट जो 15 दिन में दी जानी थी, वह 40 दिन बीत जाने के बाद भी किसानों को नहीं दी गई।
• गन्ने का जो सरकारी रेट 380 रुपए प्रति क्विंटल रखा गया है, उसमें से 330 रुपए गन्ना मिल ने देने होते हैं और बाकी 50 रुपए सरकार ने देने होते हैं, वह भी आज तक नहीं मिले। किसान 380 रुपए एक किश्त में देने की मांग किसानों ने रखी है।