पंजाबी यूनिवर्सिटी में छात्र संगठनों का हंगामा -सरकार पर लगाया पीयू की सुध न लेने का आरोप

रागा न्यूज़, पंजाब सरकार के विरोध में पंजाबी यूनिवर्सिटी में विभिन्न छात्र संगठनों ने मंगलवार को यूनिवर्सिटी का मुख्य गेट बंद करके प्रदर्शन किया। इस मौके पर विद्यार्थियों ने सरकार से यूनिवर्सिटी की चरमराती आर्थिक स्थिति सुधारने की मांग की। छात्रों ने कहा कि एक तरफ आज सरकार की तरफ से अंतरराष्ट्रीय मातृ भाषा दिवस मनाया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ मातृ भाषा पंजाबी के प्रचार व प्रसार को स्थापित की गई पटियाला की पंजाबी यूनिवर्सिटी अपने अस्तित्व को बचाने की लड़ाई लड़ रही है। यूनिवर्सिटी पर 150 करोड़ का कर्ज है।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पूर्व की चन्नी सरकार की ओर से नोटिफिकेशन के बावजूद मौजूदा मान सरकार की ओर से अब तक न यह कर्ज टेकओवर किया गया और न ही ग्रांट में वृद्धि की गई। सांझा विद्यार्थी मोर्चा ने मांग की कि पीयू की ग्रांट में इसके कुल वित्तीय खर्चों के मुताबिक वृद्धि की जाए। साथ ही यूनिवर्सिटी कैंपस व इसके कांस्टीच्युएंट कालेजों, नेबरहुड व रीजनल कैंपसों में प्रोफेसरों, एसोसिएट प्रोफेसरों, सहायक प्रोफेसरों व अन्य कर्मचारियों की तुरंत पक्के तौर पर भरती की जाए। नए हास्टलों का निर्माण किया जाए। लाइब्रेरी के बजट में बढ़ोतरी की जाए और कांस्टीच्युएंट कालेजों की ग्रांट में वृद्धि करते हुए इनको यूनिवर्सिटी से अलग तौर पर ग्रांट दी जाए।