दिमागी रूप से बीमार कर सकती है ज्यादा मोबाइल इस्तेमाल करने की आदत, जानें कैसे करें कंट्रोल

0

आपसी दुश्मनी, ज़मीन-जायदाद और पैसे के लालच में किसी का मर्डर करने की खबरें तो आपने अक्सर पढ़ी-सुनी होंगी लेकिन NCR में दो मर्डर ऐसे हुए जिन्होंने लोगों को अंदर तक झकझोर दिया क्योंकि एक मर्डर भाई ने बहन का तो दूसरा कत्ल बहन ने छोटे भाई का किया। आखिर सगे भाई-बहन एक दूसरे की जान कैसे ले सकते हैं और वो भी एक मामूली से मोबाइल के लिए।  जी हां, एक केस में बहन ने ज़्यादा मोबाइल चलाने के लिए भाई को डांटा तो उसने गुस्से में आकर अपनी ही दीदी की जान ले ली  और दूसरे मामले में मोबाइल ना देने पर लड़की ने छोटे भाई का खून कर दिया। क्योंकि मीनाक्षी सेलफोन की आदत बच्चों को इस कदर पड़ गई है कि इस बला को उनसे दूर करने की बात करते ही वो हो जाते हैं। उनके मन मुताबिक चीज़ ना हो तो अपनी बात मनवाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।

 

ये कहानी सिर्फ बच्चों की नहीं है बड़ें बड़े भी दिन हो या रात मोबाइल से चिपके रहते हैं घंटो रील्स देखते हैं। इससे ना सिर्फ उनकी नींद पर असर पड़ता है बल्कि सिरदर्द, माइग्रेन भी अटैक करता है। यही नहीं ज़्यादा मोबाइल चलाने से बचपन में ही आंखें बूढ़ी हो रही हैं स्क्रीन से निकलने वाली ब्लू रेज स्किन खराब कर रही है तो, वहीं मोबाइल का रेडिएशन थायराइड के साथ कैंसर तक का रोग देता है।

अलग अलग स्टडी कहती हैं कि 30 मिनट से ज़्यादा मोबाइल चलाने से हाइपरटेंशन तो पूरा दिन वीडियो गेम्स खेलने से बच्चों की फिज़िकल-मेंटल हेल्थ खतरे में पड़ गई है। यानि बच्चे हों या बड़े, मोबाइल बम के साइलेंट विस्फोट से हर किसी को बचना ज़रूरी है और इसके लिए पता होना चाहिए कि डिजिटल डिटॉक्स कैसे करें फोन कितनी देर इस्तेमाल करें। कैसे वीडियो गेम्स की आदत छुड़ाएं। इसके लिए तो स्वामी रामदेव को बुलाते हैंजो मोबाइल के साइड इफेक्ट्स से बिगड़ी सेहत भी दुरुस्त करवाएंगे और इसके बेजा इस्तेमाल से कैसे बचें ये भी सिखाएंगे।

 

 

ये कहानी सिर्फ बच्चों की नहीं है बड़ें बड़े भी दिन हो या रात मोबाइल से चिपके रहते हैं घंटो रील्स देखते हैं। इससे ना सिर्फ उनकी नींद पर असर पड़ता है बल्कि सिरदर्द, माइग्रेन भी अटैक करता है। यही नहीं ज़्यादा मोबाइल चलाने से बचपन में ही आंखें बूढ़ी हो रही हैं स्क्रीन से निकलने वाली ब्लू रेज स्किन खराब कर रही है तो, वहीं मोबाइल का रेडिएशन थायराइड के साथ कैंसर तक का रोग देता है।

अलग अलग स्टडी कहती हैं कि 30 मिनट से ज़्यादा मोबाइल चलाने से हाइपरटेंशन तो पूरा दिन वीडियो गेम्स खेलने से बच्चों की फिज़िकल-मेंटल हेल्थ खतरे में पड़ गई है। यानि बच्चे हों या बड़े, मोबाइल बम के साइलेंट विस्फोट से हर किसी को बचना ज़रूरी है और इसके लिए पता होना चाहिए कि डिजिटल डिटॉक्स कैसे करें फोन कितनी देर इस्तेमाल करें। कैसे वीडियो गेम्स की आदत छुड़ाएं। इसके लिए तो स्वामी रामदेव को बुलाते हैंजो मोबाइल के साइड इफेक्ट्स से बिगड़ी सेहत भी दुरुस्त करवाएंगे और इसके बेजा इस्तेमाल से कैसे बचें ये भी सिखाएंगे।

स्मार्टफोन विजन सिंड्रोम

नजर कमजोर

ड्राईनेस
पलकों में सूजन
रेडनेस
तेज रोशनी से दिक्कत
एकटक देखने की आदत
आंखों का दुश्मन
स्मार्टफोन की वजह से ब्लू लाइट, रेटिना डैमेज और नज़र कमज़ोर

डिटॉक्स के लिए 4 उपाय

नोटिफिकेशन ऑफ रखें
उठते ही फोन ना देखें
वर्क आउट जरूर करें

दोपहर

खाने के वक्त ‘नो फोन रुल’
परिवार साथ हों तो फोन दूर रखें
बच्चों के साथ खेलने में फ्लाइट मोड ऑन रखें
ईवनिंग वॉक पर जरूर जाएं

फोटो खींचते वक्त, फ्लाइट मोड पर रखें

रात ऑडिबल एप्स का इस्तेमाल करें
सोने से पहले फोन इस्तेमाल ना करें
मोबाइल को बिस्तर से दूर रखें

मोबाइल की आदत

चिड़चिड़ापन या गुस्सा करना
रुटीन के काम ना करना
मेंटली वीक फिजिकली कमज़ोर
सर्वाइकल प्रॉब्लम
वर्टिगो
नर्वस प्रॉब्लम
स्पीच प्रॉब्लम

नजर कमजोर

हियरिंग प्रॉब्लम
कंसंट्रेशन बिगड़ना
मोटापा

आंखों के दुश्मन
खराब लाइफस्टाइल
ऑनलाइन वर्क
रेडिएशन
पॉल्यूशन
पोलन

आंखों की रोशनी बढ़ाएं

‘महात्रिफला घृत’पीएं
1 चम्मच दूध के साथ लें
दिन में दो बार खाने के बाद लें

ब्रेन रहेगा हेल्दी रोज रस पीएं

एलोवेरा
गिलोय
अश्वगंधा

RAGA NEWS ZONE Join Channel Now

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ताजा खबर