दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीता Uday ने तोड़ा दम, बीमारी के बाद चल रहा था इलाज

मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीता उदय की बीमारी के चलते मौत हो गई है। इसको लेकर मुख्य वन संरक्षक जेएस चौहान ने जानकारी दी कि दक्षिण अफ्रीका से लाए गए एक अन्य चीता उदय की कूनो नेशनल पार्क में बीमार पड़ने के बाद इलाज के दौरान मौत हो गई। फिलहाल मौत के कारणों को लेकर और अधिक जानकारी जुटाई जा रही है।
MP के कूनो में चीतों की यह दूसरी मौत है। नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से कूनो नेशनल पार्क में कुल 20 चीते लाए गए थे। जिसमें दो की मौत के बाद अब 18 बचे हैं।
Madhya Pradesh | Another Cheetah, Uday, who was brought from South Africa, has died during treatment after falling ill at Kuno National Park. Reason for death is yet to be ascertained: MP Chief Conservator of Forest JS Chauhan pic.twitter.com/2IHPMCji2L
— ANI (@ANI) April 23, 2023
उदय चीता की मौत को लेकर एक नोट जारी किया गया है। जिसमें लिखा है, आज सुबह, 23 अप्रैल 2023 को चीते की दैनिक निगरानी हेतु दल द्वारा सुबह लगभग 9 बजे बोमा क्रमांक 2 में मौजूद नर चीता उदय को सर झुकाए सुस्त अवस्था में बैठा पाया गया। चीता के करीब जाने पर चीता उठकर लड़खड़ाकर एवं गर्दन झुकाकर चलता पाया गया।
निरीक्षण में बीमार पाया गया था
नोट में कहा गया, “प्रोटोकाल अनुसार प्रतिदिन सुबह शाम की निगरानी के दौरान एक दिन पूर्व की निगरानी में उदय चीता स्वस्थ पाया गया था। चीता उदय की हालत की सूचना वायरलेस द्वारा तत्काल अन्य बोमा में चीता निगरानी कर रहे वन्यप्राणी चिकित्सकों को दी गई। सूचना पर वन्यप्राणी चिकित्सक दल द्वारा तत्काल मौके पर जाकर चीता उदय का निरीक्षण किया गया, जिसमें वह बीमार पाया गया।”
इसके बाद मौके पर मौजूद समस्त वन्यप्राणी चिकित्सकों एवं चीता कंसरवेशन फंड के चीता विशेषज्ञ द्वारा चीते की स्थिति देखते हुए तत्काल उपचार के लिए ट्रेंकुलाइज करने की आवश्यकता महसूस की गई। जिसकी तत्काल सूचना वन्यप्राणी चिकित्सक द्वारा सुबह लगभग 9.45 पर मुख्य वन संरक्षक सिंह परियोजना को फोन से दी गई।
शाम चार बजे हुई मौत
जिसके बाद मुख्य वन संरक्षक द्वारा तत्काल प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यप्राणी को स्थिति से अवगत कराया गया और ट्रेंकुलाइज करने की अनुमति मिली। सुबह लगभग 11 बजे चीता उदय को बेहोश कर मौके पर ही उपचार दिया गया। चीता के स्वास्थ्य को देखते हुए उसे आइसोलेशन वार्ड में आगे के इलाज के लिए रखा गया। उपचार के दौरान शाम लगभग 4 बजे चीता उदय की मृत्यु हो गई। मृत्यु का कारण वन्यप्राणी चिकित्सकों के दल द्वारा शव परीक्षण करने के आधार पर ही स्पष्ट हो सकेगा।