डॉक्टर का फर्जी अनुसूचित जाति प्रमाणपत्र रद्द: डॉ. बलजीत कौर

चंडीगढ़, 13 सितंबर,
सामाजिक न्याय, अधिकारिता एवं अल्पसंख्यक मंत्री डाॅ. बलजीत कौर ने बताया कि डॉक्टर के पद पर कार्यरत हरपाल सिंह पुत्र अजीत सिंह लुधियाना का फर्जी अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र पंजाब सरकार स्तर पर गठित राज्य स्तरीय जांच कमेटी ने खारिज कर दिया है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए सामाजिक न्याय, अधिकारिता एवं अल्पसंख्यक मंत्री डाॅ. बलजीत कौर ने बताया कि हरदीप कौर पत्नी गुरिंदर सिंह ने नई दिल्ली में प्रमुख सचिव, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता और अल्पसंख्यक विभाग के पास शिकायत दर्ज कराई थी कि लुधियाना के अजीत सिंह के बेटे हरपाल सिंह ने अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र बनाया है।
मंत्री ने आगे कहा कि हरपाल सिंह रामगढ़िया जाति के हैं, जबकि उन्होंने रामदासिया अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र पेश किया है. इस प्रमाणपत्र के आधार पर उन्होंने वर्ष 1985-86 में सरकारी मेडिकल कॉलेज, अमृतसर में एमबीबीएस में प्रवेश लिया और अब लुधियाना में एक निजी डॉक्टर (एनेस्थीसिया) के रूप में काम कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि सतर्कता सेल की रिपोर्ट पर विचार करते हुए राज्य स्तरीय स्क्रूटनी कमेटी ने हरपाल सिंह का अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र फर्जी होने की पुष्टि की है और इसे रद्द करने का निर्णय लिया है.
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि विभाग ने डिप्टी कमिश्नर, लुधियाना को पत्र लिखकर हरपाल सिंह का अनुसूचित जाति प्रमाणपत्र दिनांक 05.08.1982 को रद्द करने और जब्त करने के लिए कहा है।
डॉ। बलजीत कौर ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार राज्य की अनुसूचित जातियों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।