टीचर की शिकायत के बाद मेरिटोरियस स्कूल में छात्र ने की आत्महत्या
पंजाब के संगरूर में मेरिटोरियस स्कूल के हॉस्टल में बीती रात 12वीं कक्षा के एक छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली . मृतक छात्र की पहचान लहरागागा निवासी करण सिंह के रूप में हुई है। पुलिस ने करण के शव को कब्जे में लेकर सिविल अस्पताल भेज दिया है.
मिली जानकारी के मुताबिक, करण के टीचर ने उनके पिता को फोन कर परीक्षा में कम नंबर मिलने की शिकायत की थी. जिसके बाद टीचर ने करण की बात उसके पिता से भी कराई. जिसमें करण ने अपने पिता से माफी मांगी. कुछ देर बाद उसका शव हॉस्टल के कमरे में लटका हुआ मिला.
करण के पिता सुरेश ने कहा- मैं अपने बच्चे को हॉस्टल में नहीं भेजना चाहता था. लेकिन स्कूल ने बच्चे को हॉस्टल में रहने के लिए मजबूर कर दिया. पिता का आरोप है कि स्कूल प्रशासन उनके बच्चे को मानसिक रूप से परेशान कर रहा था. जिसके चलते उसने यह कदम उठाया। इस संबंध में डीएसपी मनोज ने कहा कि परिजन का बयान दर्ज करने के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, करण ने संगरूर के घाबदान स्थित मेरिटोरियस स्कूल में 12वीं कक्षा में कॉमर्स स्ट्रीम से पढ़ाई की। सोमवार देर शाम करण ने स्कूल हॉस्टल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इसका पता तब चला जब हॉस्टल स्टाफ कमरे के पास पहुंचा। इसके बाद हॉस्टल अधिकारियों को मामले की जानकारी दी गई. संगरूर पुलिस स्टेशन सदर के SHO गुरप्रीत सिंह हांडा ने कहा कि पुलिस परिवार का बयान दर्ज करेगी और मामले में आगे की कार्रवाई करेगी.
टीचर ने पिता से शिकायत की
पुलिस द्वारा शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया जाएगा। करण के पिता पेशे से सब्जी विक्रेता हैं. करण के पिता सुरेश सिंह ने पुलिस को बताया कि दोपहर करीब तीन बजे उनके पास करण के स्कूल टीचर का फोन आया. जिन्होंने उन्हें बताया था कि बेटे को पेपर में कम नंबर मिले हैं। करण के पिता ने आरोप लगाया कि शिक्षक ने उन्हें धमकी दी थी कि अगर करण ने पढ़ाई में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया तो उसे स्कूल से निकाल दिया जाएगा.
आपको बता दें कि घबाद का यह सरकारी मेरिटोरियस स्कूल पहले भी सुर्खियों में रह चुका है. आपको बता दें कि पिछले कुछ महीनों से स्कूल में घटिया खाना दिए जाने की वजह से 100 से ज्यादा बच्चे बीमार पड़ गए थे. अब करण के परिवार ने भी स्कूल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.