झारखंड में भूकंप, 3.7 की तीव्रता से कांपी धरती, दुमका में भी महसूस हुए झटके
रांची. झारखंड में मंगलवार तड़के 3.7 तीव्रता के भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए. रांची मौसम विज्ञान केन्द्र के प्रभारी अभिषेक आनंद ने बताया कि भूकंप के झटके सुबह 3 बजकर 22 मिनट पर महसूस किए गए और इसका केन्द्र दुमका जिले से 24 किलोमीटर उत्तर-उत्तर पूर्व में जमीन से पांच किलोमीटर की गहराई पर था. उन्होंने कहा कि ये हल्के झटके थे. मुझे नहीं लगता कि इस भूकंप से जानमाल को नुकसान हुआ होगा.
दुमका में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. मिली जानकारी के मुताबिक, मंगलवार सुबह करीब 3:22 बजे भूकंप के झटके लोगों ने महसूस किए. भूकंप की तीव्रता 3.7 बताई जा रही है. वहीं कुछ दिन पहले दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. झटके इतने तेज थे कि घबराए लोग अपने घरों- बिल्डिंग्स से बाहर निकल आए थे. दिल्ली के अलावा नोएडा, गाजियाबाद समेत हरियाणा के अन्य शहरों में धरती हिलने की खबर है. हालांकि, भूकंप में किसी नुकसान की कोई खबर नहीं आई थी. छुट्टी के दिन होने के कारण लोग घरों में ही थे और अचानक कंपन महसूस होने पर वे सभी बाहर की ओर भागे.
धरती के ऊपरी सतह सात टेक्टोनिक प्लेटों से मिलकर बनी है. जहां भी ये प्लेटें एक-दूसरे से टकराती हैं वहां भूकंप का खतरा पैदा हो जाता है. भूकंप तब आता है, जब इन प्लेट्स एक-दूसरे के क्षेत्र में घुसने की कोशिश करती हैं. जब ये प्लेट आपस में टकराती हैं, रगड़ती हैं. एक-दूसरे के ऊपर चढ़ती या उनसे दूर होती हैं, तब जमीन हिलने लगती है.
जानें अगर आपके आसपास भूकंप आए तो क्या करें और क्या नहीं
1- अगर आप किसी इमारत के अंदर हैं तो फर्श पर बैठ जाएं और किसी मजबूत फर्नीचर के नीचे चले जाएं. अगर कोई मेज या ऐसा फर्नीचर न हो तो अपने चेहरे और सर को हाथों से ढंक लें और कमरे के किसी कोने में दुबककर बैठ जाएं.
2- अगर आप इमारत से बाहर हैं तो इमारत, पेड़, खंभे और तारों से दूर हट जाएं.
3- अगर आप किसी वाहन में सफर कर रहे हैं तो जितनी जल्दी हो सके वाहन रोक दें और वाहन के अंदर ही बैठे रहें.
4- अगर आप मलबे के ढेर में दब गए हैं तो माचिस कभी न जलाएं, न तो हिलें और न ही किसी चीज को धक्का दें.
5- मलबे में दबे होने की स्थिति में किसी पाइप या दीवार पर हल्के-हल्के थपथपाएं, जिससे कि बचावकर्मी आपकी स्थिति समझ सकें. अगर आपके पास कोई सीटी हो तो उसे बजाएं.
6- कोई चारा न होने की स्थिति में ही शोर मचाएं. शोर मचाने से आपकी सांसों में दमघोंटू धूल और गर्द जा सकती है.
7- अपने घर में हमेशा आपदा राहत किट तैयार रखें