जानिए मामला ,पंजाब पुलिस के जवानों की हरियाणा में घेरा बंदी

किसी केस के आरोपी को पकड़ने आई पंजाब पुलिस के कर्मचारियों को स्थानीय लोगों ने घेर लिया। बताया जा रहा है कि पंजाब पुलिस स्थानीय पुलिस को सूचित किए बिना ही चीका के वार्ड नंबर 12 में किसी केस में आरोपी को पकड़ने पहुंच गई। जिन्हें स्थानीय लोगों ने घेर कर खूब खरी खोटी सुनाई ।
पंजाब पुलिस के कर्मचारियों को स्थानीय लोगों ने चीका थाना जाने के लिए कहा, जिसके बाद आरोप के सहयोगी और स्थानीय लोग चीका थाना पहुंचे। वहां पर तैनात थाना प्रभारी ने पंजाब पुलिस को बिना जानकारी दिए उनके कार्यक्षेत्र में आने के बारे में पूछा तो उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए थाना प्रभारी को संतुष्ट किया । हालांकि पंजाब पुलिए की गैर जिम्मेदार कारगुजारी के लिए भी एहसास करवाया।
इंस्पेक्टर सुखविंदर सिंह अपनी टीम के साथ लोटे बेरंग
पंजाब पुलिस के तीन मुलाजिम धारा 420 के अंतर्गत दर्ज केस के आरोपी को पकड़ने के लिए वार्ड नंबर 12 पहुंचे थे। जहां स्थानीय लोगों ने बाहरी पुलिस देखकर पंजाब पुलिस के जवानों को घेर लिया। आपसी विरोध होता देख पंजाब पुलिस आरोपी के नाम 10 दिन का नोटिस देकर गए वापिस हो गई।
पंजाब पुलिस को किसी ने नहीं बनाया बंधक : थाना प्रभारी
चीका थाना प्रभारी शिव कुमार ने बताया कि पंजाब पुलिस को बंधक बनाने का ऐसा कोई मामला नहीं था । पंजाब पुलिस उन्हें नोटिस देने के लिए अपने मुलाजिमों सहित आई थी और उन्हें नोटिस देकर चली गई है। इस संबंध ने उन्होंने लोकल पुलिस को भी इस बारे में सूचित किया था
पंजाब पुलिस बोली कोर्ट में पेश होने के लिए नोटिस देने आए थे
पुलिस पंजाब पटियाला से नोटिस देने पहुंचे इंस्पेक्टर सुखविंदर सिंह ने कहा कि अमरीक सिंह व उसके परिवार पर धारा 420 के अंतर्गत एक मामला दर्ज हुआ था, जिसके तहत उसे कोर्ट में पेश होने के लिए नोटिस देने के लिए उनके घर पहुंचे थे। सुखविंदर सिंह ने कहा 10 दिन का नोटिस देखकर हम वापस रवानगी कर रहे हैं, आगामी जो कार्रवाई होगी वह अमल में लाई जाएगी।