छत्तीसगढ़ के बीजापुर में बड़ा नक्सली हमला, 3 जवान शहीद; 14 घायल
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में एक बार फिर नक्सली हमला हुआ है. इस हमले में भारतीय सेना के तीन जवान शहीद हो गए हैं जबकि 14 जवान घायल हो गए हैं. घायल जवानों को इलाज के लिए रायपुर भेजा गया है. समाचार लिखे जाने तक प्रतियोगिता जारी रही। जानकारी के मुताबिक यह हमला कोबरा-एसटीएफ-डीआरजी जवानों पर किया गया है. आपको बता दें कि साल 2001 में भी यहां नक्सलियों ने हमला किया था.
सुकमा पुलिस ने आज तेकुलगुदाम में जवानों के लिए नया कैंप खोला. जोनागुड़ा-अलीगुड़ा कैंप के पास कोबरा, एसटीएफ और डीआरजी के एक ही कैंप के जवान सर्चिंग के लिए निकले थे, तभी नक्सलियों ने हमला कर दिया. घायल जवानों को सिलगर कैंप में प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए रायपुर भेजा गया है. घायल जवानों को हेलीकॉप्टर से रायपुर भेजा गया है. बता दें कि 2021 में यहां हुए हमले में 22 जवान शहीद हो गए थे.
बैकअप के लिए कोबरा कमांडो भेजे गए
सूत्रों के मुताबिक, सीआरपीएफ के कोबरा कमांडो और छत्तीसगढ़ डीआरजी जवानों को बैकअप के लिए भेजा गया है. नक्सलियों से मुठभेड़ अभी भी जारी है. हमले की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची फोर्स ने आसपास के इलाके की घेराबंदी कर दी है और सर्च ऑपरेशन भी शुरू कर दिया है. माओवादियों की फायरिंग के जवाब में भारतीय सुरक्षा बलों ने भी फायरिंग की है. बताया जा रहा है कि सेना की फायरिंग के बाद नक्सली जंगल का फायदा उठाकर वहां से भाग निकले.
गौरतलब है कि अप्रैल 2021 में भी छत्तीसगढ़ के बीजापुर में बड़ा नक्सली हमला हुआ था. इस हमले में 22 भारतीय जवान शहीद हो गए. यह हमला अब तक का सबसे बड़ा नक्सली हमला माना जा रहा है. हमले के बाद जांच में पता चला कि जवानों पर हमला करने के लिए स्थानीय ग्रामीणों ने नक्सलियों का साथ दिया था. हमले के लिए नक्सलियों ने एलएमजी यानी लाइट मशीन गन रखी थी. इसी बात को लेकर नक्सलियों ने फायरिंग कर दी. आधिकारिक जानकारी के मुताबिक, जिस वक्त हमला हुआ उस वक्त सीआरपीएफ, डीआरजी, एसटीएफ और कोबरा बटालियन के 2000 जवान इलाके में सर्चिंग के लिए निकले थे.