चंडीगढ़ में डीजल बसें नहीं चलेंगी, उनकी जगह सीएनजी बसें चलेंगी

चंडीगढ़, 22 जून
चंडीगढ़ में नहीं चलेंगी डीजल बसें. डीजल बसों को सीएनजी में बदला जाएगा। चंडीगढ़ को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है। इन बसों में सीएनजी किट लगाने के लिए 35.31 करोड़ रुपये का बजट तैयार किया गया है. पहला लक्ष्य अक्टूबर 2023 तक 100 बसों को डीजल से सीएनजी में बदलना है।
बता दें कि यूटी प्रशासन सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए प्रयास कर रहा है। इसे देखते हुए जहां शहर के लोगों को पेट्रोल-डीजल वाहनों के बजाय इलेक्ट्रिक वाहनों का इस्तेमाल करने के लिए जागरूक किया जा रहा है, वहीं यूटी प्रशासन ने सीटीयू की डीजल बसों को सीएनजी में बदलने की तैयारी कर ली है। प्रशासन कई चरणों में सीटीयू बसों को सीएनजी में परिवर्तित करेगा और पहले चरण में 100 बसों को सीएनजी में परिवर्तित करने की तैयारी की जा रही है।
उपलब्ध जानकारी के मुताबिक सीटीयू के पास करीब 258 डीजल बसें हैं। इन सभी बसों को सीएनजी में परिवर्तित किया जाएगा। यूटी प्रशासन ने इन बसों में सीएनजी किट लगाने के लिए 35.31 करोड़ रुपये का बजट तैयार किया है। सूत्रों के मुताबिक, यूटी प्रशासन अक्टूबर 2023 तक पहली 100 बसों को डीजल से सीएनजी में बदल देगा, जबकि उसके बाद अन्य बसों के लिए योजना बनाई जाएगी।
यूटी प्रशासन शहर में डीजल बसों की संख्या कम करते हुए वर्ष 2027-28 तक स्थानीय और अंतरराज्यीय मार्गों पर चलने वाली सभी बसों को इलेक्ट्रिक में बदलने की रणनीति तैयार कर रहा है। हालांकि, केंद्र सरकार की योजना के चलते यूटी प्रशासन ने 100 और नई इलेक्ट्रिक बसों की खरीद को मंजूरी देते हुए शहर में 80 इलेक्ट्रिक बसें उतार दी हैं।
इससे पहले शहर में चलने वाली 80 बसों में से 40 बसें 44.99 रुपये प्रति किमी की दर से चल रही हैं, जबकि शुरुआत में आईं 40 बसें 60 रुपये प्रति किमी की दर से चल रही हैं. इन बसों में प्रतिदिन 20 हजार यात्री सफर करते हैं।