खनूरी बॉर्डर पर एक और किसान की हार्ट अटैक से मौत, शुभकरण के परिवार से दुख जताने पहुंचे अकाली नेता
किसान आंदोलन में 7वीं मौत की खबर आ रही है. जानकारी के मुताबिक किसान दर्शन सिंह (62) की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई. वह बठिंडा के अमरगढ़ गांव का रहने वाला था. दर्शन सिंह दिल्ली की ओर कूच करने के लिए खनुरी बॉर्डर पर रुके हुए थे. गुरुवार शाम उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्हें पटियाला के राजिंदरा अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि दर्शन सिंह को दिल का दौरा पड़ा है.
पोस्टमार्टम के बाद दर्शन सिंह का शव उसके परिजनों को सौंपने की तैयारी की जा रही है. आपको बता दें कि आंदोलन में अब तक 4 किसानों और 3 पुलिसकर्मियों की मौत हो चुकी है.
दर्शन सिंह 7 एकड़ जमीन का मालिक था
दर्शन सिंह के गांव वालों ने बताया कि वह दो बच्चों (बेटा और बेटी) का पिता था. 15 दिन पहले उनके बेटे सुखप्रीत की शादी हुई थी। घर में नई बहू के आने से खुशी का माहौल था। अब अचानक दुखद खबर आई है, उनका परिवार 7 एकड़ जमीन पर खेती कर अपना गुजारा कर रहा था. परिवार पर करीब 10 लाख रुपये का कर्ज है.
12 फरवरी को घर ने विरोध प्रदर्शन छोड़ दिया
भतीजे हरजस ने बताया कि उनके चाचा दर्शन सिंह 12 फरवरी को दिल्ली चलो आंदोलन के लिए घर से निकले थे। वह पिछले आंदोलन में भी शामिल थे. कथित तौर पर खानुरी सीमा पर पुलिस द्वारा छोड़े गए आंसू गैस के गोले के कारण उनकी तबीयत बिगड़ गई।
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अकाली नेताओं ने शुभकरण सिंह के परिवार से की मुलाकात
दूसरी ओर, बठिंडा से सांसद हरसिमरत कौर बादल और शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता सिकंदर सिंह मलूका, पूर्व मंत्री ने बठिंडा जिले के गांव बल्लो के युवा किसान शुभ करण सिंह के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। खनुरी सीमा पर संघर्ष के दौरान मारे गए। घर पहुंचे उन्होंने पीड़ित परिवार को आश्वासन दिया कि शिरोमणि अकाली दल परिवार को हर संभव मदद प्रदान करेगा। इस मौके पर हरसिमरत कौर बादल ने युवाओं की मौत के लिए पंजाब सरकार को जिम्मेदार ठहराया. साथ ही उन्होंने इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की और अब तक मामला दर्ज नहीं करने पर पंजाब सरकार पर भी सवाल उठाया.