क्यों गई इतने लोगों की जान, कैसे तीन ट्रेनों के बीच हुआ ये हादसा? रेलवे ने बताया

रेलवे की शीर्ष अधिकारी जया वर्मा सिन्हा ने रविवार को कहा कि प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि सिग्नल में कुछ समस्या थी. केवल कोरोमंडल एक्सप्रेस दुर्घटना का शिकार हुई. उन्होंने बताया कि हादसे के समय ट्रेन की गति करीब 128 किमी/घंटा थी. सिन्हा, जो रेलवे बोर्ड के संचालन और व्यवसाय विकास की सदस्य हैं, ने आगे कहा कि उन्हें अभी भी रेलवे सुरक्षा आयुक्त की विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार है.
हादसा कैसे हुआ? इसके बारे में जानकारी देते हुए सिन्हा ने एक प्रेस वार्ता में कहा, ‘मालगाड़ी पटरी से नहीं उतरी. चूंकि मालगाड़ी लौह अयस्क ले जा रही थी, इसलिए सबसे ज्यादा नुकसान कोरोमंडल एक्सप्रेस को हुआ. यही वजह है कि बड़ी संख्या में मौतें हुईं और लोग जख्मी हुए.’
उन्होंने आगे कहा, ‘मालगाड़ी से टकराने के बाद कोरोमंडल एक्सप्रेस की पटरी से उतरी बोगियां डाउन लाइन पर आ गईं, और यशवंतपुर एक्सप्रेस की आखिरी दो बोगियों से टकरा गईं, जो डाउन लाइन से 126 किमी/घंटा की गति से पार कर रही थी
#WATCH | The goods train did not get derailed. Since the goods train was carrying iron ores, the maximum damage of the impact was on Coromandel Express. This is the reason for a huge number of deaths and injuries. The derailed bogies of Coromandel Express came on the down line,… pic.twitter.com/DnjheT8NSn
— ANI (@ANI) June 4, 2023