क्या मुसीबत में आएंगे मनप्रीत बादल के गनमैन? संपत्ति की तलाश शुरू करें

चंडीगढ़, 7 अगस्त, मनप्रीत बादल के गनमैन आएंगे मुसीबत में? संपत्ति की तलाश शुरू, पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल की बढ़ सकती हैं मुश्किलें! विजिलेंस रेंज बठिंडा द्वारा मनप्रीत बादल के खिलाफ शुरू की गई जांच अब मनप्रीत के रिश्तेदारों तक पहुंच गई है। जिसके तहत विजिलेंस ने मनप्रीत के पुराने गनमैन के खिलाफ घेराबंदी कर दी है।
विजिलेंस ने मनप्रीत बादल के गनमैन की संपत्ति का ब्योरा जुटाना शुरू कर दिया है। विजिलेंस ने 12 साल पुराने इस बंदूकधारी की व्यावसायिक, आवासीय और कृषि संपत्तियों का रिकॉर्ड खंगालना शुरू कर दिया है। बठिंडा रेंज में दो जांच हैं। जिनमें से एक पूर्व वित्त मंत्री बादल द्वारा खरीदे गए आवासीय भूखंडों से संबंधित है।
मनप्रीत बादल ने अरब एस्टेट बठिंडा में 2 रिहायशी प्लॉट खरीदे थे, जिनकी बिक्री पर विजिलेंस ने संदेह जताया है। विकास प्राधिकरण बठिंडा डेवलपमेंट (बीडीए) ने 2018 में बिना नक्शा अपलोड किए पांच प्लॉटों की बोली लगाई थी, जिसमें कोई बोलीदाता नहीं आया।
17 सितंबर 20121 को फिर से तीन प्लांटों के लिए ऑनलाइन बोली खोली गई जो 27 सितंबर तक चलनी थी। 1000 गज और 500 गज के आवासीय प्लॉटों की ऑनलाइन बोली में तीन व्यक्तियों राजीव कुमार, विकास कुमार और अमनदीप ने भाग लिया।
विजिलेंस के मुताबिक शराब के ठेके पर काम करने वाले अमनदीप ने दोनों प्लॉट की बोली में हिस्सा लिया था। विजिलेंस ने जब बीडीए के सर्वर का आईपी एड्रेस चेक किया तो पता चला कि एक कंप्यूटर से तीन बोलीदाताओं ने बोली लगाई थी।
विजिलेंस ने पाया कि ये बोलियां पूल की गई थीं। बोली में प्लॉट मिलने के बाद राजीव कुमार और विकास कुमार ने पूर्व वित्त मंत्री से 30 सितंबर को दोनों प्लॉट बेचने का एग्रीमेंट भी कर लिया और इसके बदले में पूर्व मंत्री ने दोनों के खाते में करीब एक करोड़ रुपये का भुगतान भी कर दिया.
विजिलेंस के मुताबिक, राजीव और विकास ने 5 अक्टूबर 2021 को शुरुआती किस्त का 25 फीसदी बीडीए को चुका भी दिया.