केजरीवाल सरकार के मंत्री के घर 22 घंटे तक चली ED की रेड, एक्शन पर बोले राजकुमार- सच बोलना गुनाह है
दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार में मंत्री राजकुमार आनंद के खिलाफ ईडी की छापेमारी खत्म हो गई है. दिल्ली के कैबिनेट मंत्री राजकुमार आनंद के घर पर सुबह तकरीबन 4:15 बजे जांच खत्म करके ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय की टीम वापस चली गई. इस तरह ईडी की टीम तकरीबन 21 से 22 घंटे तक राजकुमार आनंद के घर पर मौजूद रही और घर के अंदर इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स समेत सभी दस्तावेजों की पड़ताल की गई. फिलहाल, ईडी को राजकुमार आनंद के घर से क्या-क्या मिला है, इसकी जानकारी सामने नहीं आ पाई है. माना जा रहा है कि ईडी प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए एक्शन की डिटेल को लेकर खुलासा करेगी. बता दें कि गुरुवार की सुबह करीब 6:30 बजे ईडी के अधिकारी राजकुमार आनंद के घर पहुंचे थे और तब से लेकर आज सुबह तक यह छापेमारी हुई.
दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धनशोधन यानी मनी लॉन्ड्रिंग संबंधी एक मामले की जांच के तहत दिल्ली के कैबिनेट मंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के नेता राजकुमार आनंद के परिसरों और कुछ अन्य स्थानों पर गुरुवार को छापा मारा. सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी के सिविल लाइन्स इलाके में स्थित मंत्री के परिसरों समेत एक दर्जन स्थानों पर सुबह साढ़े छह बजे से छापेमारी की कार्रवाई शुरू हुई. छापा मार रहे निदेशालय के दलों के साथ केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की एक टीम भी थी. राजकुमार आनंद के खिलाफ जांच धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत की जा रही है.
राजकुमार आनंद ने कहा कि ईडी की रेड चलती रही. रेड तो बहाना है लोगों को तंग करने के लिए. ऐसा कुछ खास था नहीं, केवल घर की पूरी तरह से तलाशी ली, जिसमें उन्हें कुछ मिला नहीं. सब प्रायोजित था. हमें बस ये बताया गया कि उन्हें ऊपर से आदेश है, ऊपर से आदेश है. इस चक्कर में टाइम निकलाते रहे. वे सभी सवाल हमसे किए गए, जिनसे हमारा कोई वास्ता नहीं था. मुझे लगता है कि इस देश में सच बोलना और गरीबों के लिए राजनीति करना पाप है और आम आदमी पार्टी में रहना एक गुनाह बन गया है.