किसानों का दिल्ली पलायन का ऐलान, चंडीगढ़ में बैठक के बाद लिया गया फैसला

किसान विरोध: चंडीगढ़ में किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने दिल्ली की ओर मार्च करने का ऐलान किया है। यह घोषणा किसान भवन में किसान नेताओं द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान की गई. इससे पहले किसान नेताओं ने लंबी बैठक की जिसके बाद यह फैसला लिया गया. इस बैठक में ऐलान किया गया है कि जैसे ही हरियाणा-पंजाब बॉर्डर खुलेगा, किसान दिल्ली की ओर कूच करेंगे. हाईकोर्ट ने 7 दिन में बैरिकेड हटाने का आदेश दिया था, जिसका आज आखिरी दिन है.
सीमा खुलने के बाद पलायन होगा
किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने संवाददाताओं से कहा कि किसान संगठनों ने दिल्ली की ओर मार्च करने का फैसला किया है. जैसे ही हरियाणा सरकार बॉर्डर खोलेगी, किसान दिल्ली की ओर बढ़ेंगे. हरियाणा सरकार द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स पर उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट पहले ही आदेश जारी कर चुका है. अब यह हरियाणा सरकार पर निर्भर है कि वह कोर्ट के आदेश का पालन करेगी या नहीं।
किसान नेता ने कहा है कि अब 22 जुलाई को किसान नेता दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में एक सम्मेलन करने जा रहे हैं. इस कार्यक्रम में देश के कई किसान नेता और कृषि विशेषज्ञ हिस्सा लेंगे. उनके साथ कृषि से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की जाएगी और भविष्य के लिए रणनीति बनाई जाएगी.
किसान नेताओं ने विपक्षी नेताओं से भी आंदोलन के दौरान की गई मांगों को लेकर स्थिति स्पष्ट करने को कहा है. किसान नेता दल्लेवाल ने कहा कि इससे पहले उन्होंने किसानों की मांगों को लेकर विपक्ष के नेता राहुल गांधी को पत्र लिखा था. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और अन्य विपक्षी नेताओं के साथ बैठक होगी, जिसमें इन मांगों पर उनकी राय जानी जाएगी और उनसे किसानों की मांगों पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा जाएगा.
हरियाणा सरकार ने SC में याचिका दायर की
पिछले हफ्ते 10 जुलाई को पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट ने हरियाणा सरकार को बॉर्डर खाली करने का आदेश जारी किया था. हाईकोर्ट ने इसके लिए हरियाणा सरकार को सात दिन का समय दिया था. लेकिन हरियाणा सरकार ने कानून-व्यवस्था का हवाला देकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. हरियाणा सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दायर अपनी याचिका में कहा था कि किसान अपने ट्रैक्टरों और अन्य वाहनों से राज्य में आएंगे, जिससे कानून-व्यवस्था प्रभावित हो सकती है. इसके चलते बॉर्डर पर बैरिकेडिंग कर दी गई है.