कवि शिव नाथ शिरोमणि कवि शिव नाथ नहीं रहे।

मोहाली, 22 अगस्त
शिरोमणि कवि शिव नाथ का आज सुबह अट्ठासी साल की उम्र में उनके निवास स्थान मोहाली फेज-10 में करीर में निधन हो गया। शिव नाथ का अंतिम संस्कार आज 22 अगस्त को शाम 4 बजे मोहाली के समशान घाट पर किया जाएगा। कुछ साल पहले दिल की बीमारी के कारण उनका स्टंट भी हो गया था। पिछले दो महीनों में चंडीगढ़ के सेक्टर 32 स्थित सरकारी अस्पताल में उनके हर्निया के दो ऑपरेशन हुए। इसके बाद वह इस बीमारी से उबर नहीं पाए। जीवन भर आम लोगों के अधिकारों के लिए लिखने वाले शिवनाथ ने गुरबत की जीवन के दौरान, साहित्य की विभिन्न विधाओं की एकल पुस्तकों को पंजाबी साहित्य का उद्गम स्थल मिला। कविताओं के संग्रह: बोझल हवा, बदतमीज, वी आर राइट, द फाइनल बैटल, हाउ डू आई लाइट द लैंप, जग्यासा, फॉरबिडन फ्रूट, लाइटनिंग स्ट्राइक्स, सरघी का सपना, भूमि पूजन, पश्चाताप, कहानी संग्रह: दिस पार दैट पार, गीत’स मृत्यु, जीवनी साहित्य: भूले विसरे लोक, अनफोलिया वर्का, यादें: सुजान सिंह के साथ दस साल, आत्मकथा: ‘मेरा जीवन’, बच्चे एक साथ: ‘रुख ते इंसान’, ‘पैंती अकबरी’, ‘बाल व्याकरण’, इसमें ‘पांच’ शामिल हैं