ओल्ड कालका रोड पर हाई कोर्ट के आदेशों पर काऊंसिल ने अवैध निर्माण तोड़े, लोगों ने किया विरोध

– पिछले एक सप्ताह से मैपिंग कर दो दिन पहले दिए थे खुद अवैध निर्माण तोड़ने के नोटिस
– बिल्डर को फायदा पहुंचाने के लिए की जा रही है कार्रवाई, लोगों ने लगाए आरोप
जीरकपुर
ओल्ड कालका रोड पर शुक्रवार को नगर काऊंसिल ने हाई कोर्ट के आदेशों पर अवैध निर्माण तोड़े, जिसके खिलाफ लोगों ने रोष जाहिर किया। वहीं लोगों ने आरोप लगाया कि उनकी सोसाइटी के साथ एक बिल्डर की बड़ी बड़ी बिल्डिंग है। जिसके खिलाफ कोई कार्रवाई नही की जा रही। जबकि बिल्डर द्वारा जो दीवार गेट के सामने बनाई हुई है, वह गलत है एकेली दीवार होने के कारण भी गिर सकती है। कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। क्योंकि हमारी सोसाइटी के बच्चे यहां खेलते हैं। लोगों ने आरोप लगाया कि बिल्डर ने अपने फ्लैट बनाने के लिए पीछे से निकल रही सुखना चौ पर भी काफी कब्जा किया है। नगर काऊंसिल ने उसके खिलाफ तो कोई कार्रवाई नही की बस गरीब लोगों को परेशान किया जा रहा है।
नगर काऊंसिल द्वारा यह कार्रवाई दुपिहर दो बजे से लेकर शाम 6 बजे तक चली। हलांकि नगर काऊंसिल ने अभी शेड व चादरों और बोर्ड आदि पर ही कार्रवाई की है। किसी भी पक्की बिल्डिंग को अभी नही तोड़ा गया। लेकिन नगर काऊंसिल ने यह बात जरूर कही है कि यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। जिसके चलते लोगों में डर का माहौल बना हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि सड़क चौड़ी करनी है तो एक बार क्योंनही करते। हमारा घर दुकाने हमने पहले 2015 – 16 में तोड़े और हिमनत कर दुबारा बनाए थे। लेकिन फिर से नगर काऊंसिल उनकी मिहनत पर पानी फेरना चाहती है। इस मौके भारी पुलिस बल भी मौजूद था।
बॉक्स
नगर काऊंसिल ने हाई कोर्ट के आदेशों पर पिछले एक सप्ताह से डिजिटल मैपिंग कर रिपोर्ट तैयार की थी और जिन लोगों ने अवैध निर्माण किया हुआ था, उन्हें दो दिन पहले ही खुद अपने अवैध निर्माण तोड़ने के लिए नोटिस जारी ककिए थे। लेकिन लोगों ने अवैध निर्माण नही तोड़े जिसके बाद नगर काऊंसिल ने एसएसपी मोहाली से पुलिस प्रोटेक्शन की मांग की थी और जिसपर एसएसपी मोहाली ने थाना जीरकपुर के एसएचओ को सहयोग करने के आदेश दिए थे। शुक्रवार को नगर काऊंसिल द्वारा की गई कार्रवाई के दौरान भारी पुलिस बल भी मौजूद था।
कोट्स
हाईकोर्ट के आदेशों पर यह कार्रवाई की गई है। अवैध निर्माण तोड़ने से दो दिन पहले हमने लोगों को नोटिस दे दिए थे कि वह खुद अपने अवैध निर्माण तोड़ ले नही तो मजबूरन नगर काऊंसिल को कार्रवाई करनी पड़ेगी। जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है। यदि जरूरत पड़ी तो आगे भी यह कार्रवाई की जाएगी।
रवनीत सिंह, कार्यकारी अधिकारी जीरकपुर ।