एल्युमिनियम फॉयल का इस्तेमाल करना कितना है खतरनाक? आओ जानते है

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एल्युमिनियम फॉयल और श्रिंक रैप का इस्तेमाल लगभग हर घर में लगभग रोजाना खाने या सब्जियों और फलों को ताजा रखने या खाना लीक या फैलने से बचाने के लिए किया जाता है। वे पूरी तरह रोशनी, ऑक्सीजन और बैक्टीरिया को पैकेज में घुसने से रोकते हैं। क्या एल्युमिनियम फॉयल का इस्तेमाल करना खतरनाक है? आओ जानिए पूरी सच्चाई

कई लोग एल्युमिनियम फॉयल से कसकर लपेटकर बिना रेफ्रिजरेशन के अपने जल्दी खराब होने वाले सामान को रोशनी या बैक्टीरिया से सुरक्षित रखते हैं। ये बहुत आसानी से इस्तेमाल होते हैं और बच्चों के लंच बॉक्स या उनके फ्रूट बॉक्स को लपेटने के लिए इस्तेमाल होते हैं।

जैसे की उदाहरण के तौर पर हमारे साथ ऐसा होता है कि हम प्याज को आधा काटने के बाद उसे आधा ऐसे ही छोड़ दिया जाता है। प्याज में बैक्टीरिया ज्यादा बढ़ जाता है। अगर आप आधा प्याज काटते हैं

इसे कई लोग फ्रिज में रख देते हैं। पर ऐसा करने से प्याज में बैक्टीरिया ज्यादा बढ़ जाता है। तो उसे एल्युमिनियम फॉयल में बांधकर रख दें। हालांकि, इसे कुछ ही घंटों में इस्तेमाल करना होगा।

कुछ अध्ययन के मुताबिक जिन लोगों को अल्जाइमर की समस्या हैं, उनके दिमाग में एल्युमिनियम की मात्रा ज्यादा पाई गई. कुछ अध्ययनों में यह भी कहा गया है कि एल्युमिनियम इंसानी दिमाग की कोशिकाओं के विकास को प्रभावित करता है.

इसके अलावा जिन लोगों को हड्डियों से संबंधित बीमारियां हैं, उनके लिए भी एल्युमिनियम नुकसानदेह है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, एल्युमिनियम फॉयल में पके हुए भोजन मानक से अधिक एल्युमिनियम की मात्रा हो सकती है. वहीं अगर एल्युमिनियम फॉयल में एसिडिक भोजन को रखा जाए तो उसमें भी एल्युमिनियम की मात्रा अधिक हो सकती है.

अगर भोजन में ज्यादा मसाले और तेल है तो भी एल्युमिनियम की मात्रा अधिक हो सकती है. इस प्रकार अगर एल्युमिनियम फॉयल में ठंडे भोजन को रखा जाए तो इससे कोई नुकसान नहीं है लेकिन इसे सीमित समय के लिए ही रखना सही है.

डॉक्टर एनडीटीवी के मुताबिक एल्युमिनियम को शरीर से आसानी से बाहर निकाला जा सकता है. इसलिए एल्युमिनियम फॉयल का कम इस्तेमाल या जरूरत के हिसाब से इस्तेमाल बहुत ज्यादा हानिकारक नहीं है. हालांकि, ज्यादातर लोग हर चीज को एल्युमिनियम फॉयल में लपेटकर रखते हैं और इसमें बहुत देर तक ब्रेड या अन्य चीजों को रखते हैं.

वहीं गर्म चीजों को एल्युमिनियम फॉयल में लपेटने पर और इसे अधिक देर तक इसमें रखने पर एल्युमिनियम के रिसने की आशंका रहती है. यह खाना में मिल सकता है. वैसे देखा जाए तो मक्का, नमक, पीली चीजें, जड़ी-बूटियां, मसाले और चाय, सभी में एल्युमीनियम मौजूद होता है. यानी हम अपने जीवन में अप्रत्यक्ष तौर पर रोजाना एल्युमिनियम फॉयल के अलावे कई चीजों के माध्यम से एल्युमिनियम को ग्रहण करते हैं.

वास्तव में, एल्यूमीनियम सल्फेट का उपयोग अक्सर पानी को शुद्ध करने के लिए किया जाता है.ऐसे मामलों में अतिरिक्त एल्युमिनियम को शरीर खुद ही निकाल देता है और इनसे कोई खास नुकसान नहीं है.

 

 

 

 

 

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