एमएस धोनी ने क्या-क्या नहीं किया, विराट कोहली ने उसका अच्छा सिला दिया!
विराट आज जहां खड़े हैं, उसके पीछे एमएस धोनी का बिग रोल है. उन्होंने एक अच्छा कप्तान, सच्चा दोस्त और एक बेहतरीन मेंटर बनकर विराट कोहली के करियर को संवारा है.
वो गाना है ना- अच्छा सिला दिया तूने मेरे प्यार का. या फिर- मेरी जिंदगी संवारी मुझको गले लगा के… बॉलीवुड का इनमें से कोई भी सॉन्ग ले लें, आपको वो धोनी और विराट के उस सिचुएशन में जमता दिखेगा, जिसकी हम अभी बात करने जा रहे हैं. ये सिचुएशन उस किताब से ली गई है, जिसे टीम इंडिया के पूर्व फील्डिंग कोच आर. श्रीधर ने लिखा है. अपनी किताब ‘कोचिंग बियॉन्ड’ में उन्होंने दावा किया है कि धोनी और विराट में ठनने वाली थी. अब जाहिर है इतना पढ़ने के बाद आपकी कानों में विराट कोहली के वो सारे बयान गूंजने लगे होंगे, जो उन्होंने धोनी भाई, धोनी भाई करते हुए ही दिए हैं. लेकिन, श्रीधर की किताब के मुताबिक विराट के उन अच्छे-अच्छे बयानों से पहले जो हुआ, उसे जानने के बाद आप यही कहेंगे विराट ने ये क्या किया?
कोहली को ‘विराट’ बनाने वाले हैं धोनीरोहित शर्मा उनसे सीनियर और मुबई क्रिकेट का उभरता हुआ नाम होकर भी 2011 का वनडे वर्ल्ड कप नहीं खेले थे. क्यों, क्योंकि एमएस धोनी को टीम में विराट कोहली चाहिए थे. उन्होंने विराट को रोहित से पहले रखा. परफॉर्म किया, नहीं किया, तो भी टीम की प्लेइंग इलेवन में बनाया रखा. उनके अंदर ये भरोसा और विश्वास जगाया कि वो खेलें, उनका उन्हें पूरा समर्थन है. एक खिलाड़ी को अपने कप्तान से और क्या चाहिए.इतना ही नहीं विराट कोहली जब टीम इंडिया में जम गए. उन्हें अंतर्राष्ट्रीय अनुभव हो गया तो 2014 में एमएस धोनी ने उनके लिए टेस्ट कप्तानी तक छोड़ दी. यही नहीं एमएस धोनी अपने रिटायरमेंट के बाद भी विराट कोहली के साथ खड़े रहे हैं. खुद विराट ने ही माना है कि जब वो शतक के लिए जूझ रहे थे तो धोनी ने उन्हें मैसेज किया था.