एक्शन मोड में कैबिनेट मंत्री डाॅ. बलजीत कौर ने बच्चों व गर्भवती महिलाओं को दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता स्वयं खाकर जांची
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सामाजिक सुरक्षा महिला एवं बाल विकास मंत्री बलजीत कौर ने आज सीडीपीओ कार्यालय फरीदकोट और गिदड़बाहा का औचक दौरा किया। उन्होंने कहा कि एक वीडियो के माध्यम से उनके ध्यान में यह बात लाई गई थी कि आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों और गर्भवती महिलाओं को दिया जाने वाला भोजन उचित गुणवत्ता का नहीं है और ऐसा भोजन खाने से उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है.
कैबिनेट मंत्री बलजीत कौर ने पूरक पोषण कार्यक्रम योजना के तहत आंगनबाडी केंद्रों में बच्चों को बांटे जाने वाले भोजन मीठा दलिया, खिचड़ी, मुरमारे का कार्यालय के स्टोर में पड़े बैग खोलकर निरीक्षण किया। अपने दौरे के दौरान उन्होंने कार्यालय में खिचड़ी और दलिया बनवाकर चेक कराया। उन्होंने स्वयं तैयार दलिया एवं खिचड़ी की जांच कर संतुष्टि व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि पंजाब के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों को मार्कफेड, पंजाब के माध्यम से अच्छी और गुणवत्तापूर्ण खाद्य सामग्री प्रदान की जाती है और उनकी गुणवत्ता की जांच संबंधित जिला स्तर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी और बाल विकास परियोजना अधिकारी, पोषण स्टाफ और पर्यवेक्षकों द्वारा की जाती है केंद्र.
इसके अलावा उन्होंने सामान की पैकिंग, मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपायरी डेट की भी जांच की. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के कुशल नेतृत्व में पंजाब सरकार लोगों के कल्याण के लिए दिन-रात काम कर रही है और जन-समर्थक योजनाएं चलाकर आम लोगों को सीधा लाभ पहुंचा रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
विभाग के प्रतिनिधियों ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा उपलब्ध कराये जाने वाले राशन की अवधि तीन माह है। जब भी बाल विकास परियोजना अधिकारी के पास राशन कार्यालय आता है तो तुरंत यह राशन विभिन्न आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों के लिए भेज दिया जाता है। उन्होंने कैबिनेट मंत्री बलजीत कौर के ध्यान में लाया कि आंगनवाड़ी केंद्रों में दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता की पहले जांच की जाती है और उसके बाद ही इसे लाभार्थियों को प्रदान किया जाता है।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा समय-समय पर आंगनवाड़ी सहायिकाओं को सामान बनाने की विधि के बारे में भी जागरूक किया जाता है। उन्होंने बताया कि आंगनबाडी केन्द्रों में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की जांच के लिए नमूने भी भरे गये। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला प्रबंधक मार्कफेड, सीडीपीओ उपस्थित थे।