अयोध्या राम मन्दिर मे निहंग सिंख दे रहे लाखो भक्तो को लंगर की सेवा
भक्तों को मिल रहा है गर्म भोजन: ‘राम की रसोई’ से निहंग सिखों यूपी के अयोध्या में राम भक्तों के लिए अटूट लंगर लगाने की तैयारी पंजाब के चंडीगढ़ में चल रही है.
राममंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के नजदीक आने के साथ ही श्रद्धालुओं को भोजन कराने के लिए यहां भंडारे, लंगर आदि विभिन्न सामुदायिक रसोइयां चलाई जा रही हैं। ये सामुदायिक रसोई निहंग सिखों से लेकर इस्कॉन और देशभर के मंदिर न्यास से लेकर अयोध्या के स्थानीय लोगों द्वारा संचालित की जा रही हैं।
गौरीशंकर सेवा दल नाम की संस्था मक्के की रोटी और सरसों के साग का लंगर शुरू करने की तैयारी कर रही है. अयोध्या में ये लंगर 45 दिनों तक चलेगा।
श्रद्धालु इन सामुदायिक रसोई में ताजा पकाया गया गर्म भोजन ग्रहण कर सकते हैं। ये सामुदायिक रसोई शहर के विभिन्न क्षेत्रों में चल रही हैं। इन लंगर में श्रद्धालुओं को खिचड़ी, आलू पूरी, कढ़ी चावल, अचार और पापड़ परोसा जाता है।साथ ही गर्म चाय से श्रद्धालुओं को हाड़ कंपा देने वाली ठंड से राहत मिलती है। बाबा हरजीत सिंह रसूलपुर के नेतृत्व में निहंग सिखों का एक समूह नवनिर्मित मंदिर में रामलला के दर्शन करने के लिए यहां आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए अयोध्या पहुंचा।
रसोई के एक ‘सेवादार’ ने बताया, “यहां एक दिन में 10,000 से अधिक श्रद्धालुओं को गर्म भोजन खिलाया जाता है, जब प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद जनता के लिए मंदिर खोला जाएगा तो यह संख्या बढ़ने की उम्मीद है। यह खर्च महावीर मंदिर ट्रस्ट द्वारा वित्त पोषित किया जाता है।
साथ ही देशभर से लोग वित्तीय सहायता और कच्चा माल, दोनों तरह से दान भेज रहे हैं।” इस्कॉन अयोध्या आने वाले तीर्थयात्रियों का दोपहर के भोजन के प्रसाद के साथ-साथ वैदिक साहित्य का वितरण करके स्वागत कर रहा है।
लंगर 23 जनवरी से शुरू होगा और एक महीने तक चलेगा
अशर्फी भवन के पास एक ढाबे का मालिक ब्रकेश शुक्ल ने कहा, “भगवान राम ने हमें आजीविका के नए साधन दिए हैं जो जीवन भर जारी रहेंगे। दो महीने के लिए हम अपने रेस्तरां में मुफ्त भोजन की पेशकश कर रहे हैं। हम तीर्थयात्रियों के लिए नए गेस्ट हाउस भी बना रहे हैं।”