अगले महीने पंजाब आएंगे नरेंद्र मोदी, पुलिस प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था में जुटा

लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण के लिए राजनीतिक दलों ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. इसके साथ ही राजनीतिक पार्टियां भी चुनाव प्रचार में जुट गई हैं. बीजेपी की ओर से मई के आखिरी हफ्ते में प्रधानमंत्री की रैली कराने की तैयारी की जा रही है. इसको लेकर पंजाब बीजेपी ने तैयारी भी शुरू कर दी है. पार्टी जल्द ही इस संबंध में बैठकें करने का सिलसिला शुरू करेगी, ताकि सभी तैयारियां पूरी की जा सकें.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले महीने पंजाब का दौरा करेंगे. वे लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए रैलियों और बैठकों में हिस्सा लेंगे. पंजाब सरकार के सामान्य राज्य प्रबंधन विभाग की प्रोटोकॉल शाखा ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सभी विभागों के प्रमुखों, उपायुक्तों और पुलिस अधिकारियों को पत्र जारी किया है. पत्र में प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर नियमों का पालन करने और तैयारियां समय पर पूरी करने के निर्देश दिये गये हैं.
व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश
पत्र के मुताबिक राज्य स्तर पर सुरक्षा प्रोटोकॉल को लेकर जो भी व्यवस्थाएं की गई हैं, उन्हें पूरा किया जाए. इसमें सुरक्षा बैरिकेडिंग, पार्किंग सुविधा, हेलीपैड और अन्य व्यवस्थाएं शामिल हैं। अधिकांश विभागों ने इस संबंध में अपनी शाखाओं को आगे निर्देश भी जारी कर दिए हैं।
बीजेपी जल्द ही लोकसभा चुनाव के लिए अपने स्टार प्रचारकों की सूची भी जारी करने की तैयारी में है. इसी तरह कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता भी अगले महीने से पंजाब में दस्तक देंगे. अब तक बीजेपी ने नौ और कांग्रेस ने आठ सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. दोनों पार्टियों के मुताबिक सभी सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा होते ही वे राज्य में अपना प्रचार अभियान तेज कर देंगे.
बीजेपी ने चुनाव आयोग से लगाई गुहार
बता दें कि बीजेपी ने चुनाव आयोग से प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों को शामिल करने की अपील की थी. अनुभव की कमी के कारण राजनीतिक दल प्रबंधकों के लिए सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय करना मुश्किल हो जाता है। यही वजह है कि बेहतर सुरक्षा व्यवस्था के लिए राज्य और जिला अधिकारियों को प्रधानमंत्री की सभाओं, रोड शो और रैलियों वाले स्थानों पर सभी व्यवस्थाएं करने की जिम्मेदारी दी जानी चाहिए
विधानसभा चुनाव के दौरान सुरक्षा में चूक हुई थी
जनवरी 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में लापरवाही का मामला भी सामने आया था. जब वह हुसैनीवाला में एक जनसभा को संबोधित करने पहुंचे तो कुछ प्रदर्शनकारी किसानों ने उनका रास्ता रोक लिया. इस बीच वे करीब 15-20 मिनट तक वहां फंसे रहे और बाद में उनका काफिला वापस लौट गया.