हाथरस भगदड़: बाबा के काफिले को भीड़ ने रोका… सामने आई हादसे की असली वजह

उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग में मची भगदड़ के बाद अब तक 100 से ज्यादा श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग अब भी गंभीर रूप से घायल हैं, जिनका इलाज चल रहा है. प्रशासन की ओर से बताया जा रहा है कि भीषण गर्मी और उमस के कारण पंडाल में लोगों के बीच भगदड़ मच गई. हालांकि, इस बीच एक और बड़ी जानकारी सामने आई है, जिसमें बताया जा रहा है कि भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि का काफिला निकालने के लिए भीड़ को रोका गया, जिसके कारण भगदड़ मच गई.
एटा-अलीगढ़ हाईवे पर स्थित हाथरस की सिकंदरा राऊ तहसील के फुलरई गांव में भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि बाबा का सत्संग कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह सत्संग मंगलवार सुबह आयोजित किया गया, जिसमें एटा और हाथरस जिले से लाखों श्रद्धालु पहुंचे। इस कार्यक्रम के दौरान लोगों ने चिलचिलाती धूप और उमस में बैठकर भोले बाबा का सत्संग सुना.
जब सत्संग ख़त्म हुआ…
सत्संग समाप्त होते ही पंडाल में मौजूद श्रद्धालु वापस जाने लगे। लेकिन इसी बीच भोले बाबा का कारवां भी कार्यक्रम स्थल से रवाना होने लगा. काफिला निकलते ही भीड़ को एक तरफ से रोक दिया गया. लेकिन भक्त भोले बाबा को भगवान मानकर उनके चरणों की धूल अपने मस्तक पर लगाने के लिए उनके पीछे दौड़ पड़े। इससे लोगों में भगदड़ मच गयी. भगदड़ में श्रद्धालु एक-दूसरे के ऊपर चढ़ गए। कई लोग नीचे दब गये.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मंगलवार सुबह करीब 12 बजे सत्संग शुरू हुआ, जिसमें हजारों लोग शामिल हुए. करीब 2 बजे सत्संग खत्म हुआ, जिसके बाद भोले बाबा कार्यक्रम स्थल से चले गए और इसी बीच लोग उनके पीछे-पीछे चलने लगे. भीड़ को रोका गया लेकिन वो बेकाबू हो गई. जिसके चलते ये दर्दनाक हादसा हुआ है.