अकाली दल ने कोर कमेटी भंग की, अकाल तख्त में पेश होने से पहले सुखबीर बादल का फैसला

शिरोमणि अकाली दल ने पंजाब में कोर कमेटी को भंग कर दिया है. इस बारे में अकाली दल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक लाइन का पोस्ट किया है. पिछले दो विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद अकाली दल में बगावत हो गई है. इसके खिलाफ विद्रोही गुट ने सिखों के सर्वोच्च तख्त श्री अकाल तख्त साहिब से माफी मांगी है, जिसके बाद अकाल तख्त ने सुखबीर बादल को पेश होने के लिए कहा है.
प्रेम सिंह चंदूमाजरा, सुरजीत रखड़ा और सिकंदर सिंह मलूका जैसे नेता कोर कमेटी के सदस्यों में से थे, जिन्होंने सुखबीर बादल को अध्यक्ष बनाए रखने का विरोध किया था। बागी गुट के चरणजीत बराड़ ने कहा कि सिर्फ कोर कमेटी को ही क्यों भंग किया गया, अगर पार्टी संगठन को पुनर्गठित करना है तो बागी गुटों को क्यों नहीं भंग किया गया.
कोर कमेटी भंग होने के बाद अकाली दल के प्रवक्ता डॉ. दलजीत चीमा ने कहा कि कार्यसमिति ने पार्टी संगठन को दोबारा खड़ा करने का अधिकार अध्यक्ष सुखबीर बादल को दिया है. इस संबंध में पार्टी अध्यक्ष ने चंडीगढ़ में वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की है, जिसके बाद कोर कमेटी को भंग करने का निर्णय लिया गया है और इसका तुरंत पुनर्गठन किया जाएगा.
डॉ. चीमा ने कहा कि आज चंडीगढ़ में वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई जिसमें कोर कमेटी को भंग कर सभी विंगों का नये सिरे से गठन करने का निर्णय लिया गया. इतना ही नहीं पार्टी ने आगामी चुनावों पर भी चर्चा की. इस मौके पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी, बलविंदर सिंह भूंदड़, परमजीत सिंह सरना, इकबाल सिंह झुंडन और हरचरण बैंस मौजूद रहे.